विधानसभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली-मुबई कॉरिडोर पर लॉजिस्टिक हब के विकास को सुनिश्चित करने के लिए दौसा-बांदीकुई नगर विकास न्यास के गठने की घोषणा की जाती है। उल्लेखनीय है कि नगर विकास न्याय (यूआईटी) एक वैधानिक निकाय होती है जो शहरी विकास योजनाओं, बुनियादी ढांचे के विकास और शहर की सेवाओं को बेहतर बनाने के कार्य करती है। इस न्यास के दायरे में गांव भी आते हैं, जहां भी विकास को रफ्तार दी जाती है।
लॉजिस्टिक हब के गठन की प्रक्रिया होगी तेज
सूत्रों ने बताया कि सरकार ने दौसा-बांदीकुई को मिलकर नगर विकास न्यास का गठन किया है तो दोनों शहरों के मध्य बसे गांवों में भी कार्य होगा, क्योंकि इसके मध्य ही लॉजिस्टिक हब बनाया जा रहा है। चरागाह भूमि का भी उपयोग हो सकेगा। भवन निर्माण सहित अन्य कार्यों में भी छूट मिलती है। नए वित्तीय वर्ष में लॉजिस्टिक हब के गठन की प्रक्रिया तेजी से गति पकड़ेगी। भिवाड़ी, जोधपुर, जयपुर सहित अन्य कई जगह भी इसी तरह विकास न्यास का गठन किया गया था। वहीं दूसरी ओर दौसा और बांदीकुई के बीच बसे गांवों के लोगों में अपनी जमीन को लेकर भी चिंता होने लगी है। कई ग्रामीण अधिकारियों के पास भी पहुंचने लगे हैं। हालांकि अधिकारी उन्हें अभी यह कह रहे हैं कि चिंता की बात नहीं है, हब बनाने के लिए अधिकतर सरकारी भूमि का उपयोग होगा।
ये भी महत्वपूर्ण घोषणाएं
-लालसोट व रामगढ़ पचवारा में नाला निर्माण, सडक़ निर्माण व सौन्दर्यीकरण संबंधित कार्य-लालसोट की शिवसिंहपुरा पीएचसी को सीएचसी का दर्जा
-बांदीकुई में सार्वजनिक निर्माण विभाग का अधिशासी अभियंता कार्यालय
-महुवा के खोहरामुल्ला और मातासूला के बीच 220 केवी बिजली जीएसएस