CG News: आय-जाति, निवास के 800 प्रकरण पेंडिंग, भटक रहे आवेदक
जून-जुलाई माह में विभिन्न शासकीय एवं निजी संस्थाओं की ओर से सैकड़ों की संख्या में विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए वैकेंसी निकाली गई है। आवेदन करने के बाद आवेदकों को आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ रही है, लेकिन तहसील दफ्तर में समय पर प्रमाण पत्र बनने से उन्हें परेशानी हो रही है। आवेदक वीरेन्द्र नेताम, रूपनाथ साहू, अनुराग देवांगन ने बताया कि बचपन से ही उनके मन में
पुलिस की नौकरी कर देश सेवा करने का सपना देखा है, लेकिन जब वैकेंसी निकली, तो प्रमाण पत्र के अभाव में वह आवेदन नहीं कर पाया। उसने बताया कि जाति और निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए उसने एक माह पहले आवेदन किया था, लेकिन तकनीकी कारणों के चलते आवेदन का निराकरण नहीं हो पाया।
मीनल सोनकर, पुष्पा साहू ने बताया कि आय, जाति और
निवास प्रमाण पत्र के लिए च्वाइस सेंटर में आसानी से आवेदन हो रहा है, लेकिन तहसील दफ्तर में प्रकरणों का निराकरण में देरी हो रही है। जानकारी लेने पर यहां पदस्थ अधिकारी-कर्मचारी संतोषजनक जवाब भी नहीं दे रहे हैं। आवेदक संतोष साहू, कृष्णा बनपेला ने बताया कि तहसील दफ्तर में सामान्य की अपेक्षा निवास प्रमाण पत्र के निराकरण में ज्यादा देरी हो रही है।
स्टाफ की कमी और मिल रहे ज्यादा आवेदन
इधर अधिकारियों का कहना है कि रोजाना जाति, आय और निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए प्रतिदिन औसत ४०० से अधिक आवेदन मिल रहे हैं। अन्य शासकीय कार्यों के चलते एक दिन में मुश्किल से २०० प्रकरणों का निराकरण हो पाता है। स्टाफ की कमी और प्रकरणों की संख्या ज्यादा होने से लंबित प्रकरणों का निराकरण करने में देरी हो रही है। केस-1
इतने प्ररकण हैं पेडिंग
धमतरी तहसील में आय प्रमाण पत्र बनाने के लिए 1,2,755 लोगों ने आवेदन किया है, जिसमें 1,5,444 का नुकसान हुआ है। 2223 एपिसोड वापस जा चुके हैं। निवास प्रमाण पत्र के 76985 में से 1658 प्रक्रियाधीन है। इसी तरह ओबीसी प्रमाण पत्र, अजा/अजजा प्रमाण पत्र को मिलाकर करीब 800 से अधिक प्रकरण लंबित है। वहीं समय सीमा के बाद वाले 300 प्रकरण लंबित हैं। प्रकाश नेताम ने दो माह पहले जाति और
निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया। प्रक्रिया पूरी होने के बाद तहसील दफ्तर में आवेदन पर आपत्ति लग गई। पुन: दस्तावेजों का सत्यापन कराया, फिर भी जाति प्रमाण पत्र नहीं बना है।
केस-2 जोधापुर वार्ड निवासी राजकुमार ने बताया कि आय-जाति और निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए एक माह पहले आवेदन किया। अब तक अप्रूअल नहीं होने से आय-जाति और निवास प्रमाण पत्र नहीं बन पाया है।
तहसीलदार सूरज बंछोर ने कहा की आय, जाति और निवास समेत अन्य प्रमाण पत्रों के प्रकरणों को प्राथमिकता के आधार पर निराकृत किया जा रहा है। दस्तावेज में त्रुटि होने से आवेदन निरस्त हो सकता है। समय-सीमा के भीतर सभी प्रकरणों का निराकरण किया जा रहा है।