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परीक्षा की तैयारी, कक्षा-5वीं और 8वीं की केन्द्रीकृत परीक्षा समेत प्री-बोर्ड परीक्षा परिणाम की समीक्षा की गई। साथ ही रेमिडियल क्लास प्राथमकि शालाओं में आयोजित बेस लाइन मिड लाइन सर्वे की समीक्षा की गई। इसके अलावा शालाओं में प्राप्त अनुदान राशि का उपयोग करने पर जोर दिया गया। बैठक में डीईओ टीआर जगदल्ल्रे, सहायक परियोजना अधिकारी डीके सूर्यवंशी, जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा भुवन जैन,बीआरसी ललित सिन्हा, हितेन्द्र निर्मलकर आदि उपस्थित थे।
10वीं एवं 12वीं प्री-बोर्ड सह जांच परीक्षा के लिए जिले के शासकीय स्कूलों में 18656 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। 10वीं में सर्वाधिक 10509 और 12वीं में 8056 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। शासकीय के अलावा निजी स्कूलों के
बोर्ड परीक्षार्थी में इस परीक्षा में शामिल होंगे। डीएमसी भुवन जैन बताया कि नगरीय निकाय चुनाव की घोषणा से पहले ही जिला शिक्षा विभाग आंकलन परीक्षा के आधार पर कमजोर बच्चों का चिन्हांकन कर लिया था।
अब प्री-बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले तथा कमजोर बच्चों की जानकारी विनोबा एप में फीड की गई है। इसी के आधार पर बच्चों पर फोकस किया जा रहा है। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा जारी ब्लू प्रिंट के आधार पर ही तैयारी कराई जा रही है।
ऑफलाइन के साथ ही ऑनलाइन भी लगेगी क्लास
नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के कारण ऑफलाइन के साथ ही 10वीं एवं 12वीं बोर्ड के छात्र-छात्राओं की ऑनलाइन क्लास ली जाएगी। ऑनलाइन क्लास के लिए अलग से व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से छात्र-छात्राओं को परीक्षा की तैयारी करने में आ रही दिक्कतों का समाधान किया जा रहा है। प्रत्येक विषय के लिए अलग-अलग विषय विशेषज्ञ की ड्यूटी लगी है। जिन छात्रों को समस्या है, वे सीधे सोशल मीडिया के माध्यम से विशेषज्ञों से जुड़कर प्रश्नों को हल करने की विधि, सूत्र सहित अन्य जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।