CG News: बड़ा खेल..
कलेक्टर के ट्रांसफर के साथ मामला भी दब गया। यहीं नहीं 6 मार्च 2025 को आमा तालाब स्थित एक निजी मकान से रेडी-टू-ईट जब्त की गई। नियमत: रेडी-टू-ईट वितरण केन्द्रों में रखा जाता है। यहां ऐसा न कर किस उद्देश्य से निजी मकान में
रेडी-टू-ईट रखा गया इसमें भी सस्पेंश है। खास बात यह है कि महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी जगरानी एक्का किसी तरह की रेडी-टू-ईट जब्ती की जानकारी नहीं होने की बात कह रही। जबकि एकीकृत परियोजना अधिकारी चित्ररेखा यादव रेडी-टू-ईट जब्त करना स्वीकार कर रही है।
एक ही विभाग के दो अधिकारियों के अलग-अलग बयान से गड़बड़ी की आशंका की ओर इशारा कर रही है। सूत्रों ने बताया कि इस मामले में तात्कालीन कलेक्टर ने
अधिकारियों को तलब किया था। ट्रांसफर के बाद यह मामला भी दबाया जा रहा है। अब नव पदस्थ कलेक्टर अबिनाश मिश्रा से पारदर्शी जांच की उमीद की जा रही है। बता दें कि जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्रत्येक माह के 20 से 25 तारीख तक रेडी-टू-ईट की सप्लाई की जानी है।
जिले में 728 गंभीर कुपोषित बच्चे
रेडी-टू-ईट को निजी आवास में रखने का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। मुझे ऐसी कोई भी शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। रेडी-टू-ईट सीधे रायपुर से जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में सप्लाई होती है। जगरानी एक्का, जिला कार्यक्रम अधिकारी एक निजी आवास में रेडी-टू-ईट रखने की जानकारी मिली थी। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर इसेे जब्ती बनाया गया था, लेकिन क्या कार्रवाई की गई, उच्चाधिकारी ही बता पाएंगे। चित्ररेखा यादव, एकीकृत परियोजना अधिकारी धमतरी जिले में 1103 आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित हो रहे हैं। इन
आंगनबाड़ी केन्द्रों में करीब 55 हजार बच्चे अध्ययनरत है। इसमें 728 गंभीर कुपोषित और 4466 मध्यम कुपोषित बच्चे हैं। इसके अलावा कुरुद और नगरी में सर्वाधिक 1600 मध्यम कुपोषित बच्चों को चिन्हांकित किया गया है। पिछले कुछ महीने से सुपोषण अभियान की ओर भी अनदेखी की जा रही है। ऐसे में सुपोषण की राह मुश्किल नजर आ रही है।