सरपंच व ग्रामीणों ने अधिकारियों का गर्मजोशी से स्वागत किया और मेडिकल कॉलेज की संभावनाओं को लेकर उत्साह व्यक्त किया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने जमीन के भू-आकृति और अधोसंरचनात्मक पहलुओं का भी जायजा लिया। महापौर ने दावा किया कि जल्द ही मेडिकल कालेज की सौगात धमतरी को मिलेगी। शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को मेडिकल शिक्षा के लिए बाहर न जाना पड़े, इसके लिए इस कॉलेज की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी।
यह पहल क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं को भी नई दिशा देगी। इस अवसर पर एसडीम पीयूष तिवारी, निगम आयुक्त प्रिया गोयल, तहसीलदार सूरज बंछोर, सीएस डॉ अरुण टोंडर व ग्रामीण उपस्थित थे।
रोजगार के अवसर भी मिलेंगे
कॉलेज खुलने से दूर-दराज जाने वाले विद्यार्थियों को सुविधा मिलेगी। साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। निरीक्षण के दौरान महापौर रामू रोहरा, एसडीएम पीयूष तिवारी, आयुक्त प्रिया गोयल, सिविल सर्जन डॉ. अरुण टोंडर, तहसीलदार सूरज बंछोर, पटवारी इंद्रजीत और ग्रामीण मौजूद थे।
युवाओं को मिलेगा रोजगार बढ़ेगा व्यवसाय: सरपंच सरपंच नारद राम साहू ने बताया कि कॉलेज खुलने से दूर-दराज से बच्चे पढ़ने आएंगे। इससे गांव में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। व्यवसाय को भी बढ़ावा मिलेगा। ग्रामीणों के घरों में किराए पर लोग रहेंगे। आय का नया साधन बनेगा। गांव में करीब 56 एकड़ जमीन है। यह जमीन कॉलेज के लिए उपलब्ध करा दी जाएगी।