ग्राम पंचायत लोहरसी की सरपंच महेश्वरी गजेन्द्र के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पहुंचे ग्रामीण धनेश्वरी बाई, जगेश्वरी, अनुसुइया यादव, घनश्याम सेन, गोवर्धनलाल, जानकी बाई, पोषण लाल साहू ने बताया कि गांव में कक्षा-9 वीं से लेकर 12 वीं तक की कक्षाएं संचालित हो रही है। स्कूल में छात्रा-छात्राओं की कुल दर्ज संख्या 75 है।
शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा स्कूल में ठीक से पढ़ाई नहीं कराया जाता, जिससे शिक्षा का स्तर गिर रहा है। 10 वीं बोर्ड परीक्षा में कुल 34 बच्चे परीक्षा दिलाए। इसमें से 7 सेप्लीमेंट्री, 19 छात्र-छात्राएं गणित और अंग्रेजी विषय में फेल हुए हैं। 3 ग्रेस लेकर उत्तीर्ण हुए हैं। शाला का परीक्षा परिणाम 23.52 प्रतिशत आया है। उन्होंने बताया कि
स्कूल में अंग्रेजी, गणित समेत अन्य विषयों को मिलाकर कुल 6 शिक्षक-शिक्षिकाएं पदस्थ हैं।
शिक्षक-शिक्षिकाओं की उदासीनता के चलते बच्चे पढ़ाई में काफी कमजोर हो रहे हैं। पूर्व में शाला विकास समिति के अध्यक्ष व सदस्यों ने प्रभारी प्राचार्य को लिखित शिकायत देकर शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार करने की मांग की गई थी, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। पश्चात 5 अक्टूबर 2024 को डीईओ को लिखित शिकायत की गई थी। कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। इस अवसर पर जानकी बाई, बैसाखिन साहू, कुमारी साहू, अरूण साहू समेत ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
कोचिंग के लिए बनाते हैं दबाव
कक्षा-10 वीं की छात्रा एकता नेताम, योगिता साहू, भूमिका साहू, पूनम बंजारे, दीपिका साहू ने बताया कि स्कूल में पढ़ाई का स्तर अच्छा नहीं है। कुछ शिक्षक कोचिंग के लिए भी दबाव बनाते हैं। जानकारी मिलने पर पालकों ने इसका विरोध भी किया। गुरूवार को पालक समिति के सदस्यों के साथ पहुंची छात्राओं ने अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की। अधिकारी ने टीम भेजकर जांच कराने की बात कही है।