गौरतलब रहे कि पूर्व में हुई शिकायतों के बाद जयपुर विजिलेंस की टीम ने कई संवेदकों की निर्माण कार्य की जांच की। ये सिलसिला कई दिनों तक चलता रहा। धौलपुर, राजाखेड़ा, बाड़ी और अन्य स्थानों की सडक़ों की जांच की गई। लगातार कार्रवाई से पीडब्ल्यूडी विभाग सुर्खियों में बना रहा। पूर्व एक्सईएन नवीन आनंद के निलम्बित होने के बाद से यह पद कार्यवाहक बतौर ही चल रहा है।
शहर और न ही ग्रामीण में एईएन पीडब्ल्यूडी विभाग में वर्तमान में धौलपुर शहर मुख्यालय पर सहायक अभियंता कोमल सिंह का तबादला होने के बाद यह पद खाली चल रहा है। एईएन सिंह आरयूआईडीपी में तबादला हुआ था। इसी तरह सहायक अभियंता धौलपुर ग्रामीण पुनीत शर्मा का तबादला जयपुर हो गया। उसके बाद से यह पर भी रिक्त है। यहां एक जेईएन का भी तबादला संभाग से बाहर हो गया।
एक एपीओ और दूसरा निलम्बित सार्वजनिक निर्माण् विभाग में निर्माण कार्यों की लगातार शिकायतों के बाद से अभी तक दो अधिशासी अधियंता नप चुके हैं। गत दिनों एक्सईएन देवेन्द्र कुमार गुप्ता को विभाग ने कुछ दिन में ही एपीओ कर दिया था। इससे पहले पूर्व एक्सईएन नवीन आनंद को अनिमितता के चलते निलम्बित कर दिया था।
कामकाज की नहीं जानकारी… इंजीनियरों के पर रिक्त होने से शहर और ग्रामीण इलाके में कामकाज प्रभावित चल रहे हैं। हाल ये है कि कार्यवाहक एक्सईएन सौरभ पर तीन खंडों को कार्य होने से वह ज्यादातर समय इधर-उधर- वर्तमान में राजाखेड़ा एक्सईएन पर तीन खण्डों का कार्य है। साथ ही सहायक अभियंताओं की कमी चल रही है। कुछ दिनों में सूची आने पर नए इंजीनियर मिलने की संभावना है।
– डीआर क्षत्रिय, अधीक्षण अभियंता, पीडब्ल्यूडी विभाग