धौलपुर. ग्वालियर से आगरा को जोडऩे वाला 88 किमी लंबा सिक्स लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का एनएचएआई ने जोधपुर की कंपनी जीआर इंफ्राप्रोजेक्टस कंपनी को टेंडर आवंटित कर दिया है। 4 हजार 613 करोड़ लागत वाले इस हाइवे का कार्य कंपनी नवम्बर माह से प्रारंभ कर देगी। कंपनी को 30 माह के दौरान हाइवे तैयार करना होगा।
आवागमन की बेहतर कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने तीन राज्यों मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की सीमा से यह ग्रीनफील्ड हाइवे का निर्माण किया जाएगा। हाइवे बनाने के लिए नेशनल हाइवे ऑफ अथॉरिटी ने जोधपुर की कंपनी जीआर इंफ्राप्रोजेक्टस को ठेका दिया है। हालांकि टेण्डर जारी करने में अथॉरिटी को काफी समय लगा। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे आगरा के ग्राम देवरी से प्रारंभ होकर राजस्थान के धौलपुर, मध्यप्रदेश के मुरैना से ग्वालियर के ग्राम सुसेरा में खत्म होगा। प्रस्तावित सिक्स लेन ग्रीनफील्ड हाइवे धौलपुर शहर से करीब 20 किलोमीटर की दूरी से निकलेगा। हाइवे धौलपुर जिले के मरैना और राजाखेड़ा के बीच से होकर गुजरेगा। जिससे इस क्षेत्र में रहने वाले हजारों लोगों को आगरा और दिल्ली आने-जाने में आसानी होगी। इस 88 किमी लंबे छह लेन के एक्सप्रेस-वे को नेशनल हाइवे नंबर भी दिया जा चुका है, यह एक्सपे्रस वे 719-डी के नाम से जाना जाएगा।
30 माह में तैयार करना होगा एक्सप्रेस-वे 88.400 किमी लंबे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे निर्माण के दौरान एक्सप्रेस वे पर 8 बड़े पुल, 23 छोटे पुल, 6 फ्लाइओवर और एक रेल ओवरब्रिज का निर्माण किया जाएगा। ठेका हासिल करने वाली कंपनी जीआर इंफ्राप्रोजेक्टस नवम्बर से कार्य प्रारंभ कर देगी और इसे 30 महीने में पूरा करने की समय सीमा निर्धारित की गई है। ग्रीनफील्ड एक्सपे्रस वे उत्तरप्रदेश के आगरा क्षेत्र के 14, राजस्थान के धौलपुर जिले के 18 और मप्र के मुरैना जिले के 30 गांवों से होकर गुजरेगा।
भूमि अधिग्रहण का कार्य पूर्ण ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के प्रोजेक्ट डायरेक्टर उमाकांत मीणा ने बताया कि ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के लिए मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के गांवों में भूमि अधिग्रहण किया जाना था। इसमें मध्यप्रदेश के मुरैना और ग्वालियर जिले के सुसेरा गांव, राजस्थान के धौलपुर और उत्तर प्रदेश के आगरा की भूमि शामिल है। अब तक भूमि अधिग्रहण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन मुआवजे की राशि का भुगतान होना बाकी है।
नेशनल हाइवे 44 की होगी मरम्मत ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट के साथ कंपनी को ग्वालियर से धौलपुर होकर आगरा को जाने वाले नेशनल हाइवे 44 की मरम्मत कार्य को भी शामिल किया गया है। यानी कंपनी को ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे के निर्माण के साथ फोरलेन हाइवे की मरम्मत भी करनी होगी। जिन वाहनों को ग्वालियर से सीधे आगरा जाना है। वह सभी एक्सप्रेस-वे का सहारा ले सकेंगे। वहीं जिन वाहनों को मुरैना, धौलपुर की ओर जाना होगा वे वर्तमान फोरलेन हाइवे से होकर गुजर सकेंगे। कंपनी को वर्तमान हाइवे की मरम्मत के लिए सिर्फ एक साल का समय दिया जाएगा यानी अक्टूबर 2026 तक कंपनी को इस हाइवे की मरम्मत का काम पूरा करना होगा।
प्रोजेक्ट की खास बातें… 88.400 किमी लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे 4613 करोड़ रुपए निर्माण कार्य पर लागत 30 माह के दौरान करना होगा हाइवे का निर्माण 20 साल तक रख रखाव भी करेगी कंपनी
12 माह में होगी नेशनल हाइवे 144 की मरम्मत 2025 नवम्बर में शुरू होगा एक्सप्रेस वे का कार्य ग्वालियर से आगरा को जाने वाला सिक्स लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे का टेंडर जीआर इंफ्राप्रोजेक्टस कंपनी को दिया गया है। जिसका निर्माण कार्य नवम्बर माह में प्रारंभ हो जाएगा। भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा हो चुका है, बस भुगतान करना शेष रहा गया है।
-उमाकान्त मीणा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे