NEP 2020: स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने की कवायद
NCTE ने स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 और 2047 विकसित भारत लक्ष्य के तहत यह एनसीटीई रेग्यूलेशन-2025 तैयार किया है। एनईपी के तहत स्कूली शिक्षा को चार भागों (फाउंडेशन, प्रीपेटरी, मिडिल और सेकेंडरी स्टेज) में बांटा गया है। इसलिए इन चार अलग-अलग हिस्सों के अनुसार ही शिक्षक तैयार होंगे। इसके साथ ही एनईपी 2020 के तहत ही सारे प्रोग्राम, क्रेडिट फ्रेमवर्क व करिकुलम तैयार हुआ है, जिसमें एआइ समेत इमर्जिंग एरिया, वोकेशनल कोर्स को ऐड ऑन किया गया है। गौरतलब है कि हाल में एनसीटीई ने बीएड पाठयक्रम को अंतिम रूप देने के लिए आठ सदस्यीय समिति का गठन किया था।
BEd: इस तरह से मिलेगी बीएड डिग्री
एक साल की बीएड: इसमें चार वर्षीय स्नातक डिग्री प्रोग्राम और पीजी की डिग्री पूरी कर चुके छात्र दाखिला ले सकेंगे।
दो साल की बीएड: तीन वर्षीय स्नातक डिग्री प्रोग्राम पूरा करने वाले छात्रों को दाखिले का मौका मिलेगा।
एमएड डिग्री प्रोग्राम: चार वर्षीय इंटीग्रेटिड बीएड और दो साल की बीएड की पढ़ाई वाले छात्र इस प्रोग्राम में दाखिला ले सकेंगे।
BEd: दो बीएड प्रोग्राम का विस्तार
चार वर्षीय इंटीग्रेटिड बीएड: बीए-बीएड, बीएससी-बीएड और बीकॉम-बीएड का पहला बैच 2023 में शुरू हुआ था। इसमें आगामी सत्र 2025 से चार नए स्पेशलाइजेशन कोर्स फिजिकल एजुकेशन, ऑर्ट एजुकेशन, योग एजुकेशन और संस्कृत एजुकेशन जुड़ रहे हैं। यह शिक्षक बनने के लिए प्रीमियम प्रोग्राम होगा। जो छात्र 12वीं के बाद शिक्षक के रूप में भविष्य बनाना चाहते होंगे वे इस चार वर्षीय बीएड इंटीग्रेटिड प्रोग्राम में दाखिला ले सकते हैं।