CBSE: विषयों को दो स्तरों में बांटा जाएगा
इस बदलाव का उद्देश्य National Education Policy (NEP) 2020 की सिफारिशों के अनुरूप है, जो यह सुझाव देती है कि गणित और संबंधित विषयों का मूल्यांकन दो स्तरों पर किया जाए, ताकि छात्र अपनी पसंद के अनुसार “Basic या Advanced” स्तर का चुनाव कर सकें। इसका फायदा उन छात्रों को हो सकता है, जो प्रवेश परीक्षा जैसे संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) की तैयारी करना चाहते हैं, क्योंकि Advanced स्तर के विषय छात्रों को बेहतर तैयारी में मदद करेंगे।
NCERT: गणित की परीक्षा पहले से दो स्तरों में हो रही है
वर्तमान में, CBSE केवल गणित की परीक्षा दो स्तरों में लेता है, और अब विज्ञान और सामाजिक विज्ञान को भी इसी ढांचे में शामिल किया जाएगा। इस संदर्भ में, National Council of Educational Research and Training (NCERT) को नई पाठ्यपुस्तकें तैयार करने का जिम्मा सौंपा गया है, जिसमें Advanced स्तर के लिए अतिरिक्त सामग्री शामिल होगी। यह पाठ्यपुस्तकें National Curriculum Framework 2023 के अनुसार तैयार की जाएंगी। उम्मीद की जा रही है कि कक्षा 9 के लिए नई किताबें 2026-27 सत्र से पहले उपलब्ध हो जाएंगी।
पढ़ाई का प्रेशर कम होगा-CBSE
सोशल साइंस और साइंस को Basic और Advanced लेवल लाने का मकसद यह है कि छात्र पर उन विषयों में पढ़ाई का प्रेशर कम हो। जिनमें उनकी दिलचस्पी नहीं और वो आगे उनकी पढ़ाई नहीं करना चाहते है। जो उस विषय की पढ़ाई आगे करना चाहते हैं, वो इस विषय को Advanced लेवल में बेहतर ढंग से पढ़ सकते हैं।