टाई ब्रेकिंग सिस्टम से तय होगा रिजल्ट
दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University) के एक अधिकारी ने बताया है कि यह देखा गया है कि प्रवेश परीक्षा के दौरान छात्रों के अंक समान हो जाते हैं। एक विषय में दाखिला के लिए कई बार छात्रों की संख्या काफी बढ़ जाती है। ऐसे में टाई ब्रेकिंग सिस्टम के जरिए दाखिला की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। क्या है टाई ब्रेकिंग नियम? (Tie Breaking System Kya Hai)
टाई ब्रेकर नियम का इस्तेमाल तब किया जाता है जब दो या दो से अधिक छात्रों को एक समान अंक आए और सीट सीमित हो। इस नियम के तहत दो छात्रों को एक समान अंक आने पर किसी एक क्राइटेरिया के आधार पर प्राथमिकता दी जाती है। सीयूईटी के रिजल्ट के मामले में ये क्राइटेरिया 12वीं का अंक है। यदि 12वीं का अंक भी समान होगा तो उम्र के आधार पर एडमिशन दिया जाएगा। जिस कैंडिडेट की उम्र अधिक होगी, उसे प्राथमिकता दी जाएगी।
डीयू में जल्द शुरू होगी प्रवेश प्रक्रिया (Delhi University Admission)
दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुल 69 कॉलेजों में 79 अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम के तहत CUET UG Score के आधार पर छात्रों को प्रवेश मिलेगा। दिल्ली विश्वविद्यालय के इन कॉलेजों में कई ऐसे हैं जहां डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स भी कराया जाता है। छात्र सभी तरह के कोर्सेज के लिए अप्लाई करते हैं।
रिजल्ट आने के बाद शुरू होगी एडमिशन की प्रक्रिया (CUET UG Admission Will Start Soon)
सीयूईटी में आवेदन प्रक्रिया हाल में समाप्त हुई है। इसके बाद एंट्रेंस एग्जाम लिए जाएंगे। डीयू की ओर से बताया गया है कि CUET परीक्षा के परिणाम आते ही सीट आवंटन के लिए कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (सीएसएएस) की प्रक्रिया शुरू दी जाएगी। अभ्यर्थी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करके कॉलेज और कोर्स का विकल्प चुन सकते हैं।