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गाज़ियाबाद

बदलेगी पुलिसिया भाषा…तू-तड़ाक और तुम बैन, ‘आप’ कहकर होगी बात, गाजियाबाद कमिश्नर की पहल

गाजियाबाद कमिश्नर जे रविन्द्र गौड़ ने कहा कानून-व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने के लिए बीट प्रणाली को नए ढंग से लागू किया गया है।अब हर बीट का जिम्मा एक तयशुदा पुलिस टीम को सौंपा गया है, जो न केवल गश्त करेगी, बल्कि आमजन से सीधा संवाद भी बनाएगी।

गाज़ियाबादMay 03, 2025 / 02:53 pm

anoop shukla


गाजियाबाद पुलिस अब फरियादियों से सलीके से पेश आएगी। पुलिस कमिश्नर गाजियाबाद जे.रविंद्र गौड़ ने नई पुलिसिंग बीट और शिष्टाचार प्रणाली को लागू किया है। पुलिस अब थाने में आए फरियादियों से तू तड़ाक या तुम कहकर बात नहीं करेगी। पुलिस अब लोगों को आप कहकर संबोधित करेगी।
पुलिस कमिश्नर गाजियाबाद जे.रविंद्र गौड़ ने बीट स्तर पर पुलिसिंग को सख्त किया है। इसके लिए 2096 बीट बनाकर वहां BPO नियुक्त किया गया है। अब हर छोटी बड़ी घटना की प्रारंभिक जिम्मेदारी इन बीट पुलिस अधिकारियों की होगी।

तीनों जोन में 2096 बीट पुलिस ऑफिसर

पुलिस कमिश्नर जे. रविंद्र गौड़ ने बताया कि शहरी क्षेत्र में पांच हजार और ग्रामीण इलाकों में तीन हजार की आबादी के मानक से बीट बनाकर पुलिस अधिकारी की तैनाती की गई है। इस तरह तीनों जोन में कुल 2096 बीट पुलिस ऑफिसर (BPO) बनाए गए हैं। सिटी जोन में 512, ट्रांस हिंडन जोन में 693 और ग्रामीण जोन में सर्वाधिक 891 बीट बनाई गई हैं। खोड़ा थाना क्षेत्र में सर्वाधिक 195, निवाड़ी और मधुबन बापूधाम में सबसे कम 40-40 बीट बनाई गई हैं।

बीट पुलिसिंग में महिलाओं की भी रहेगी भागीदारी

पुलिस कमिश्नर ने बताया कि बीट पुलिसिंग में महिला पुलिसकर्मियों की भी भागीदारी तय की गई है। बीपीओ अपने क्षेत्र की हर गतिविधि पर नजर रखेंगे और जनता से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं का निस्तारण भी करेंगे। इसके अलावा अपराधियों पर आवश्यक कार्रवाई भी कर सकेंगे।

BPO के जिम्मे रहेंगे ये काम

पुलिस कमिश्नर ने बताया कि बीपीओ को बीट बुक दी गई है, जिसमें क्षेत्र की गतिविधियों, अपराध, अपराधियों, हिस्ट्रीशीटर, सभ्रांत लोगों, ग्राम-मोहल्लों, सोसाइटी, मॉल, रेलवे स्टेशन, बस, मेट्रो स्टेशन, अस्पताल, बैंक, धार्मिक स्थल, सर्राफा, मार्केट और अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों की जानकारी रखनी होगी। बीपीओ द्वारा पासपोर्ट, किराएदार, शस्त्र लाइसेंस और अन्य सभी तरह के वेरिफिकेशन किए जाएंगे। प्रार्थना पत्रों की जांच भी बीपीओ करेंगे।

अभियुक्तों की गिरफ्तारी में रहेगी भूमिका

पुलिस कमिश्नर ने बताया कि बीपीओ और बीट सब-इंस्पेक्टर को हिस्ट्रीशीटर से लेकर छोटे अपराधियों का रिकॉर्ड रखना होगा। उनके बारे में उच्चाधिकारियों को सूचना देनी होगी। बीपीओ घटनास्थल के निरीक्षण से लेकर अभियुक्तों की गिरफ्तारी में भूमिका निभाएंगे। गोकशी, सट्टेबाजी और मादक पदार्थों की तस्करी पर लगाम लगाना भी बीपीओ की जिम्मेदारी है।
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अब तय हुई हर वेरिफिकेशन की सीमा

पुलिस कमिश्नर ने बताया कि सिटीजन चार्टर के तहत विभिन्न वेरिफिकेशन के लिए समय सीमा तय की गई है। पासपोर्ट वेरिफिकेशन 15 दिन में करना होगा। वहीं, पुलिस, चरित्र, किराएदार, नौकर और कर्मचारी वेरिफिकेशन दस दिन के भीतर करना होगा। किसी आयोजन की NOC जारी करने की अधिकतम अवधि पांच दिन है। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि रिश्वत मांगने की शिकायत के लिए तीनों डीसीपी, दोनों एडिशनल सीपी और खुद अपना नंबर सार्वजनिक किया है। 37 स्थानों पर ट्रैफिक सिग्नल लगवाए जाएंगे। पुलिस कमिश्नर ने क्राइम कंट्रोल को लेकर बीट अधिकारी से लेकर थाना प्रभारी तक की जवाबदेही तय की है।

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