जानिए पूरा मामला
सिपाही की पत्नी के मुताबिक 2 अक्टूबर 2024 को वह अपने पति के साथ डॉ. अनुज सरकारी के गैस्ट्रो लीवर हॉस्पिटल आई थीं। अल्ट्रासाउंड के बाद रिपोर्ट सामान्य आई, और डॉक्टर ने दवाइयाँ दीं। लेकिन जब पंकज कुमार ने अल्ट्रासाउंड की कीमत को लेकर डॉक्टर से सवाल किया, तो डॉ. अनुज सरकारी गुस्से में आ गए, आरोप है कि डॉक्टर और उनके कर्मचारियों ने सिपाही को बुरी तरह पीटा। इसके बाद थाने भिजवा दिया। वहां से छुटने के बाद 4 अक्टूबर को डॉ. अनुज सरकारी से कागजात लेने सिपाही गया, तो डॉक्टर और उनके स्टाफ ने फिर से उनके पति को पीटा और पुलिस के पास भेज दिया। इसके बाद मुकदमा दर्ज कर सिपाही को जेल भेज दिया गया। जब कहीं से न्याय नहीं मिला तब कोर्ट में पीड़ित सिपाही के परिवार ने गुहार लगाई। इस मामले में भाजपा MLC देवेंद्र प्रताप सिंह ने भी विधान सभा में प्रश्न उठाया था।
SP सिटी, गोरखपुर
गोरखपुर के सिटी SP अभिनव त्यागी ने बताया कि पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज कर लिया है। प्रार्थना पत्र के आधार पर केस दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। जांच और साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।