सिपाही से लेकर अधिकारी तक की होगी जोनल चेकिंग
DIG रेंज ने कहा कि रात में फोर्स कहां है, गश्त हो रही है या नहीं, इसकी निगरानी जिले के अधिकारी करेंगे। जोनल चेकिंग के तहत यह भी देखा जाएगा कि थाना और चौकी स्तर पर पुलिसकर्मी एक्टिव हैं की नहीं।यह व्यवस्था केवल सिपाही या दारोगा तक सीमित नहीं रहेगी। जोनल स्तर पर जिम्मेदार अधिकारियों की भी सक्रियता जांची जाएगी। यदि कोई अफसर सिर्फ रूटीन का कोरम पूरा कर रहा है तो उसे भी चिह्नित किया जाएगा। जिले में रात्रि गश्त की प्रभावशाली बनाने के पीछे उद्देश्य है कि चोरी, पशु व शराब तस्करी, अवैध खनन और असामाजिक तत्वों की गतिविधि पर प्रभावी अंकुश लगाया जाए।
जिले में कार्यकाल पूरा कर चुके 169 उपनिरीक्षक का तबादला गोरखपुर
जिले में कार्यकाल पूरा कर चुके 169 पुलिसकर्मियों का डीआईजी डॉ. एस चनप्पा ने तबादला कर दिया है। यह लोग गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज व कुशीनगर जिले में तैनात हैं। मोहर्रम के बाद उनको रिलीव किया जाएगा। जिनका तबादला हुआ है उसमें 107 गोरखपुर में तैनात हैं। 23 देवरिया, 23 कुशीनगर और 16 महराजगंज में तैनात हैं। तबादला सूची में जिले के बेलघाट, पिपराइच व खोराबार थानेदार सहित 20 चौकी प्रभारियों का नाम भी शामिल है। डीआईजी ने बताया कि तबादला सूची सभी जिलों के पुलिस कप्तान को भेजी गई है। अपनी सुविधानुसार वह लोग उपनिरीक्षकों को रिलीव करेंगे।
गोरखपुर जोन में 300 से अधिक सिपाहियों का ट्रांसफर
वहीं आज जारी हुई लिस्ट के अनुसार, मुख्य आरक्षी संजय कुमार सिंह, उदय प्रताप सिंह, जितेंद्र सिंह, धर्मेंद्र कुमार सिंह, किरन सिंह, अजीत कुमार सिंह, योगेंद्र सिंह और एक अन्य अजीत कुमार सिंह को गोरखपुर से कुशीनगर भेज दिया गया है। जबकि मुख्य आरक्षी रत्ना सिंह को गोरखपुर से देवरिया भेजा गया है। वहीं मुख्य आरक्षी सतीश सिंह, अमितेश प्रताप सिंह, चंद्र किशोर सिंह और राघवेंद्र सिंह को गोरखपुर से देवरिया भेजा गया है। मुख्य आरक्षी दीपक कुमार सिंह को गोरखपुर से कुशीनगर भेजा गया है। इसके अलावा, मनीष कुमार सिंह, राजवंश सिंह और नितेश कुमार सिंह का तबादला गोरखपुर से देवरिया कर दिया गया है। इसी तरह कुल तीन सौ सिपाहियों के तबादले किए गए हैं।