मध्य रात्रि दबंगों ने गिराई वैदिक पुस्तकालय की दीवाल
वैदिक पुस्तकालय के नवनिर्मित दीवाल को 6 मार्च की मध्य रात्रि के पश्चात सन्तोष मणि त्रिपाठी पुत्र सुभाष मणि त्रिपाठी, अरविन्द चौरसिया पुत्र स्व. रामनाथ चौरसिया, मदन राजभर पुत्र मिठाईलाल राजभर, प्रणय श्रीवास्तव पुत्र स्व. पुरुषोत्तम श्रीवास्तव एवं अज्ञात लोगों द्धारा बल्लम, सरिया की सहायता से पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया। सुबह इसकी जानकारी मिलने पर समिति के लोगों ने पूरी घटना की जानकारी थानाध्यक्ष तिवारीपुर को दी।
थानाध्यक्ष तिवारीपुर देते रहे आश्वासन, दबंगों ने ढहा दी दीवाल
बता दें कि वैदिक पुस्तकालय के निर्माण के दौरान से ही दबंग इस कार्य में अड़ंगा लगा रहे थे। अधिकारियों के निर्देश के बाद भी थानाध्यक्ष तिवारीपुर सिर्फ आश्वासन ही देते रहे जिसका परिणाम यह हुआ कि मनबढ़ दबंग नवनिर्मित दीवाल आधी रात को ध्वस्त कर दिए।तिवारीपुर थानाध्यक्ष ने इसकी जांच सूर्य बिहार चौकी इंचार्ज को सौंपी। जाॅच के दौरान जब चौकी प्रभारी अखिलेश तिवारी द्धारा आस-पास के CCTV फूटेज को खंगालने पर रात्रि 1ः15 रोड पर उपरोक्त लोग हाथ में सब्बल, खनती इत्यादि लेकर निर्माणाधीन पुस्तकालय की ओर जाते हुए दिखाई दिए पुनः डेढ़ बजे के लगभग हाथों में सब्बल, खनती लेकर उसी रास्ते से भागते हुए पाये गये।
CCTV फुटेज की पड़ताल के बाद अधिकारियों के निर्देश पर दर्ज हुआ मुकदमा
CVTV फुटेज की पड़ताल करने के बाद शनिवार आठ मार्च को सन्तोष मणि त्रिपाठी पुत्र सुभाष मणि त्रिपाठी, अरविन्द चौरसिया पुत्र स्व. रामनाथ चौरसिया, मदन राजभर पुत्र मिठाईलाल राजभर, प्रणय श्रीवास्तव पुत्र स्व. पुरुषोत्तम श्रीवास्तव एवं अज्ञात के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 189(2), 324(4),351(3) के अन्तर्गत मुकदमा पंजीकृत किया गया। घटना स्थल से गायब हुई सामग्रियों की जाॅच भी पूलिस द्धारा किया जा रहा है। पूलिस ने जीर्णोद्धार समिति के पादाधिकारियों को उक्त अभियुक्तों द्धारा मिल रही जान माल की धमकी को भी संज्ञान में लिया है। इसकी भी जांच कर कारवाई की जाएगी।