एसपी अंकित सोनी ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि मुखबिर से मिली सूचना पर हरिपुर रोड ओवरब्रिज के नीचे दो संदिग्ध लोग जाली नोट खपाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके बाद कोतवाली थाना प्रभारी चंद्रप्रकाश चौहान और उनकी टीम ने गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम अविनाश कलायत एवं नितेश रघुवंशी बताया। इनकी तलाशी लेने 100 और 200 रुपए के नकली नोट मिले।
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जब इनसे सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वह करीब छह माह से नकली नोट बना रहे थे। वह 200 रुपए लेकर बाजार में 20 से 25 रुपए की वस्तु खरीदते थे, फिर असली रुपए मिलने पर इन्हें सुरक्षित रखते थे। अब तक हजारों नकली नोटों को बाजार में खपा चुके हैं। कोतवाली पुलिस जब नकली नोट प्रदर्शन के लिए एसपी के पास पहुंची तो उन्होंने इन्हें देख कहा कि यह असली नोट क्यों रख दिए। इसके बाद पुलिस ने बताया कि यह नकली हैं। इससे पता चला कि आरोपी कितनी सफाई से नकली नोट बनाकर खपा रहे थे।
एक आरोपी के खिलाफभारतीय साइबर पोर्टल में 100 आवेदन टीआई चंद्रप्रकाश चौहान ने बताया कि अविनाश के खिलाफ भारतीय साइबर पोर्टल में 100 से अधिक आवेदन ऑनलाइन ठगी से जुड़े हैं। इसकी जांच चल रही है। इसके पास से कई सारे अवैध बैंक खाते भी मिले हैं। वहीं मोबाइल में भी लाखों रुपए के लेनदेन सामने आ रहा है।
नोट बनाने में इनका होता था उपयोग
पुलिस ने आरोपियों के पास से 100 और 200 के चार नकली नोट जब्त किए हैं। वहीं इसके अलावा तीन मोबाइल, एक कलर प्रिंटर, पेपर काटने की कैंची, नकली नोट बनाने का सफेद कागज, एक स्केल और नोट छापने का इंक जब्त की गई है। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि यू-ट्यूब पर उन्होंने नकली नोट बनाने का तरीका सीखा। इसके बाद से यह अवैध कार्य करने लगे। इनके कई अन्य साथी भी इसी अवैध धंधे में जुड़े हैं। इनकी तलाश जारी है।