इस बार ठगी के ऑपरेटर का राजदार भी हाथ भी आया है। उसकी बातें सुनकर पुलिस अधिकारी भी सन्न है। उसके जरिए पहली बार गिरोह के सरगना का खुलासा हुआ है। उसने बताया है सरगना कौन है, कहां से ठगी को ऑपरेट करता है किसी को कुछ नहीं मालूम। गिरोह में किसी ने उसे नहीं देखा है। गैंग सरगना को बिग बी के नाम से बुलाती है। वह गिरोह में गिने चुने लोगों से सिर्फ फोन पर ही बात करता है।
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– 31 मई को पीएम मोदी दिखा सकते हैं मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी 20 अलग बैंक खातों में जमा हुआ आश्रम का पैसा
आश्रम के तीन बैंक खातों में जमा 2.53 करोड़ 20 खातों में जमा हुआ था। इसमें 30 लाख सचिन गुप्ता (29) निवासी लखनऊ के करंट एकाउंट में जमा हुआ था। इसके एवज में उसे 60 हजार कमीशन मिला। सचिन दिखाये के लिए फोटोग्राफर का काम करता है। सचिन ने प्रेमिका से बात करने सिम चालू की थी। देर रात साइबर सेल टीम ने सचिन समेत गैंग के 10 लोगों को पकड़ लिया। इनमें गिरोह के सरगना का राजदार रवि आनंद भी शामिल है।
कमीशन का खेल
रवि यूपी में गिरोह का लोकल सरगना है। रवि का लखनऊ, लखीमपुर खीरी, सीतापुर समेत कई शहरों में फर्जी बैंक खाते खुलवाने वालों का बडा नेटवर्क है। बचत खाते के एवज में 10 हजार रुपए और चालू खाता के लिए 60 हजार रुपया कमीशन देता है।