शिवपुरी लिंक रोड के पास केदारपुर में पुनर्वास योजना में 263 पीएम आवासों का निर्माण किया जा रहा है। तेज हवा का एक झोंका इन मकानों की गुणवत्ता की कलई खोल रहा है। इनमें से अनेक मकान आंधी में ढह गए हैं, दीवारें भरभराकर गिर पड़ीं।
यह भी पढ़ें : कंगाल हो गया बड़ा बैंक, उपभोक्ताओं के पैसे डूबे, एफडी की राशि भी नहीं मिल रही पीएम आवास योजना के इन 263 मकान बनाने का जिम्मा प्राइवेट ठेकेदारों को दिया गया है। आरोप है कि मकान बिना कॉलम खड़े किए तैयार किए गए। डबल ईंट यानि 9 इंच के स्थान पर सिंगल ईट यानि 4 इंच की दीवार बनाई गई है। ऐसे में तेज हवा से 50 से ज्यादा मकान ढह चुके हैं, इनकी दीवारें भरभराकर गिर पड़ी।
सांसद भारत सिंह कुशवाह को भी मामले की शिकायत की गई है। उन्होंने कहा है कि मामला संज्ञान में आया है। हम पीएम आवास में गड़बड़ी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। इधर नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच कराने की बात कही है। उनका यह कहना है कि पीएम आवास योजना के हितग्राहियों को 2.50-2.50 लाख रुपए दिए गए हैं जिससे उन्हें खुद ही मकान निर्माण कराने होता है। हितग्राही किसी प्राइवेट ठेकेदार से ये काम करा रहे हैं लेकिन निर्माण की गुणवत्ता जरूरी है।
गरीबों का आशियाना एक बार फिर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया
बता दें कि सरकारी जमीन पर बनी कॉलोनी पर जब प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया तो प्रभावितों ने सड़कों पर प्रदर्शन किए थे। इस पर सरकार केदारपुर में पट्टे देकर इन्हें पीएम आवास की सुविधा दे दी। इन गरीबों का आशियाना एक बार फिर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है।