ये भी पढें – एमपी में जम्मू-कश्मीर से सनसनाती आ रही है आफत! ग्वालियर-चंबल में छाएंगे बादल, होगी बारिश डिमांड पूरी नहीं होने पर विभाग द्वारा संपत्ति की कुर्की करके वसूली की जाएगी। हिंदुस्तान साख सहकारी और गालव सहकारी संस्था कंपनियों से चेक लेकर उसे ड्रॉफ्ट में तब्दील करने का काम करती थी और इसके एवज में कमीशन लेती थी। जबकि आयकर विभाग को कर के नाम पर चूना लगाया जाता था। इसे लेकर आयकर विभाग ने 2008 में भी इन फर्मों पर सर्च की कार्रवाई की थी।
ये भी पढें – स्कूलों का समय बदला, कल से इस टाइम खुलेंगे स्कूल इसके बाद विभाग(Income Tax Raid in Gwalior) ने डिमांड के कई बार नोटिस जारी किए लेकिन इन फर्मों ने टैक्स अदा नहीं किया। 17 वर्ष बाद आयकर विभाग ने एक बार फिर से सर्च की कार्रवाई करते हुए 140 करोड़ रुपए की डिमांड निकाल दी है। चूंकि डिमांड की रकम काफी अधिक होने के कारण आयकर विभाग प्रस्ताव रखते हुए इस रकम को किश्तों में भी ले सकता है।
जब्त कागजातों की हो रही छंटाई
आयकर विभाग(Income Tax Raid) ने कार्रवाई के दौरान जो दस्तावेज जब्त किए थे उनकी छंटनी की जा रही है। इसके बाद बहुत सारे नए तथ्य भी सामने आ सकते हैं।