भोपाल में कॉलोनाइजर्स को बड़े प्लॉट पर बिल्डिंग परमिशन लेने पर सोलर ऊर्जा का उपयोग अनिवार्य किया जा रहा है। केंद्र सरकार ने भोपाल का चयन सोलर सिटी के रूप में किया है, इसमें शहर की कुल बिजली खपत का दस फीसदी हिस्सा सोलर के माध्यम से उत्पादन करने का लक्ष्य रखा गया है।
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घर में सोलर पैनल लगाने से पहले जान ले ये नियम ग्वालियर में लगे तीन हजार सोलर पैनल
ग्वालियर शहर में वर्तमान में करीब तीन हजार सोलर पैनल लगे हैं जिनसे बिजली पैदा हो रही है। जिन उपभोक्ताओं ने पहले सोलर पैनल लगवाएं उनको सिर्फ केंद्र सरकार की ओर से मिलने वाली सब्सिडी दी जा रही है। इसलिए भी उपभोक्ता ज्यादा जागरूक नहीं हैं। अब नगर निगम भी प्रॉपर्टी टैक्स में छूट देगा तो यह संख्या बढ़ सकती है।
तिघरा में सोलर पैनल लगाने का मामला ठंडे बस्ते में
नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा विभाग ने ग्वालियर के तिघरा जलाशय पर सोलर पैनल लगाकर बिजली पैदा करने का निर्णय किया था, लेकिन यहां जलीय जीव होने के कारण यह प्रस्ताव फिलहाल ठंडे बस्ते में पहुंच गया है। इसके अलावा अब शहर में नई जगह की तलाश की जा रही है, जहां पैनल को सुरक्षित रूप से लगाकर बिजली पैदा की जा सके। ये भी पढें –
घर में सोलर पैनल लगाने पर प्रॉपर्टी टैक्स में छूट, सब्सिडी का भी फायदा सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन का लक्ष्य तय नहीं
प्रदेश के चारों महानगर ग्वालियर, इंदौर, भोपाल और जबलपुर में सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन का लक्ष्य तय करना था, लेकिन अभी तक ग्वालियर का लक्ष्य तय नहीं हो सका है। शहर की कई सरकारी बिल्डिंग और निजी संस्थानों में सोलर पैनल लगाए गए हैं और उनसे बिजली पैदा हो रही है, लेकिन खपत ज्यादा होने के कारण दिक्कत आ रही है।
फैक्ट फाइल
● शहर में 3 लाख से अधिक बिजली उपभोक्ता ● शहर में 3 हजार छतों पर लगे सोलर पैनल ● शहर में प्रॉपर्टी टैक्स जमा करते हैं 3 लाख 19 हजार सोलर पैनल लगाने वाले उपभोक्ताओं को संपत्तिकर में सवा छह प्रतिशत की छूट दी जाएगी। सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ाने के लिए शहरवासियों को सोलर पैनल लगाकर बिजली पैदा करना चाहिए। इससे बिल भी कम आएगा और प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग कम होगा।– संघ प्रिय, आयुक्त नगर निगम, ग्वालियर