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हृदय रोग और पुरानी बीमारियों से बचने में Anti-inflammatory diet कैसे मददगार है, जानिए

Anti-inflammatory diet: एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट शरीर में सूजन को कम करती है ऐसे में ये हृदय रोग और पुरानी बीमारियों फायदेमंद हो सकती है।

भारतFeb 19, 2025 / 10:08 am

Puneet Sharma

anti-inflammatory diet

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Anti-inflammatory diet: आज के समय में गलत खानपान और गलत जीवनशैली के कारण कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इनमें हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर, मधुमेह, और कई अन्य पुरानी बीमारियाँ शामिल है। इन बीमारियों के बढ़ने का कारण इंफ्लेमेटरी का बढ़ना है। लेकिन यदि आप एंटी इंफ्लेमेटरी डाइट अपनाते हैं तो इन समस्याओं से बच सकते हैं। ऐसे आज हम इस लेख में जानेंगे की कैसे एंटी इंफ्लेमेटरी डाइट (anti-inflammatory diet) हृदय रोग और अन्य पुरानी बीमारियों से बचाव में मददगार हो सकती है।

एंटी इंफ्लेमेटरी डाइट क्या है: What is an anti-inflammatory diet

एंटी इंफ्लेमेटरी डाइट, जैसा कि नाम से स्पष्ट है, एक ऐसा आहार है जिसमें सूजन कम करने वाले खाद्य पदार्थों को शामिल किया जाता है। यह आहार शरीर में सूजन को घटाने का काम करता है, जिससे हृदय और अन्य अंगों की सुरक्षा होती है। यह आहार स्वस्थ वसा, ताजे फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज, और मसाले (जैसे हल्दी, अदरक) से भरपूर होता है।
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हृदय रोग और एंटी इंफ्लेमेटरी डाइट : Heart Disease and the Anti-Inflammatory Diet

हृदय रोग और सूजन का गहरा संबंध है। जब शरीर में सूजन बढ़ती है, तो यह रक्तवाहिकाओं को नुकसान पहुंचाती है, जिससे एथेरोस्क्लेरोसिस (अर्थात रक्तवाहिकाओं में प्लाक का जमना) का खतरा बढ़ जाता है। इससे दिल पर दबाव बढ़ता है और हृदय रोग होने का जोखिम बढ़ जाता है। एंटी इंफ्लेमेटरी डाइट रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखने, रक्तचाप को नियंत्रित करने और शरीर में सूजन को कम करने में मदद करती है।
अच्छे वसा का सेवन: आहार में ओमेगा-3 फैटी एसिड (जैसे सैल्मन मछली, अखरोट, फ्लैक्स सीड्स) शामिल करना सूजन को कम करने में मदद करता है। ये वसा हृदय की सेहत को भी बेहतर बनाती हैं।
प्राकृतिक मसाले: हल्दी और अदरक जैसे मसाले सूजनरोधी गुणों से भरपूर होते हैं। हल्दी में ‘कुरक्यूमिन’ तत्व होता है जो सूजन को कम करने में मदद करता है, जबकि अदरक पेट की सेहत को भी सुधारता है।

अन्य पुरानी बीमारियों में मदद

सूजन न केवल हृदय रोग, बल्कि अन्य पुरानी बीमारियों जैसे मधुमेह (diabetes), कैंसर, और गठिया (arthritis) का भी कारण बन सकती है। एंटी इंफ्लेमेटरी डाइट इन बीमारियों के जोखिम को भी कम करने में मदद कर सकती है।
मधुमेह से बचाव

सूजन का बढ़ना शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ा सकता है, जो कि मधुमेह (diabetes) का मुख्य कारण है। एंटी इंफ्लेमेटरी आहार में उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थ (जैसे साबुत अनाज, फल और सब्जियाँ) रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
गठिया और सूजन

गठिया (arthritis) जैसी सूजनजन्य बीमारियों में एंटी इंफ्लेमेटरी डाइट लाभकारी हो सकती है। इसमें उच्च मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट्स और सूजनरोधी तत्व होते हैं जो गठिया से संबंधित सूजन और दर्द को कम कर सकते हैं।

एंटी इंफ्लेमेटरी डाइट में कौन से खाद्य पदार्थ शामिल करें?

  • ताजे फल और सब्जियाँ, जैसे कि स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, टमाटर, पालक, और ब्रोकोली, सूजन को कम करने में मदद करती हैं। ये आहार में एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन सी से भरपूर होते हैं, जो शरीर की रक्षा करते हैं।
  • मछली (जैसे सैल्मन, मैकेरल), अखरोट, फ्लैक्स सीड्स और चिया सीड्स से ओमेगा-3 फैटी एसिड्स मिलते हैं, जो सूजन को कम करने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
  • ओट्स, ब्राउन राइस, और क्विनोआ जैसे साबुत अनाज रक्त शर्करा को नियंत्रित करते हैं और शरीर में सूजन को कम करते हैं।
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डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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