Origins of COVID 19: चीन की लैब या जानवर… कहां से आया था कोरोना? 27 देशों की टीम को क्या पता चला
covid 19 kaise faila tha: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की टीम ने ये पता लगाया है कि कोरोना कैसे फैला (Origins of COVID 19) था। इसको लेकर एक रिपोर्ट भी प्रकाशित की गई है।
Origins of COVID 19: प्रतीकात्मक फोटो, डिजाइन- पत्रिका
Origins of COVID 19: साल 2019 का अपने अंतिम चरण में था, उसी दिसंबर में चीन के वुहान शहर से कोविड 19 यानी कोरोना के आने की खबर आती है। इसके बाद कोरोना वायरस पूरे विश्व को चपेट में ले लेता है। इसके बाद कोविड 19 (SARS CoV 2) के पैदा होने को लेकर कई थ्योरी सुनने को मिली। एक्सपर्ट ने बताया कि ये चीन की लैब में तैयार हुआ तो किसी ने इसे जानवर आदि से निकलने की बात कही। इस गुत्थी को सुलझाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक टीम बनाई ‘सागो’ (SAGO), जो इसका पता लगाने चीन के वुहान व अन्य शहर गई। चलिए, जानते हैं कि इस टीम के हाथ क्या लगा-
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसको लेकर 27 जून को एक रिपोर्ट प्रकाशित की है। संगठन ने बताया है कि सागो की टीम ने एक रिपोर्ट पेश किया है। सागो की टीम में अलग-अलग देशों के 27 स्वतंत्र वैज्ञानिकों ने चीन जाकर का रिसर्च किया। कोरोना वायरस को पता लगाने वाली टीम ने इसको लेकर करीब 03 साल तक जांच किया।
नहीं चल पाया कोरोना फैलने का पता?
डब्ल्यूएचओ के प्रमुख (WHO Director-General) डॉ. टेड्रोस घेब्रेयेसस ने कहा है कि कोरोना को लेकर ये एक महत्वपूर्ण वैज्ञानिक कार्य रहा है। इसको लेकर अभी भी सभी संभावनाएं खुली हुई हैं। यहां पर शोध के दौरान कई नई जानकारी मिली लेकिन, अभी भी ये पता नहीं चल पाया कि ये कैसे फैला। चाहे यह किसी जानवर से इंसान में फैला हो या लैब से दुर्घटनावश निकला हो।
WHO के प्रमुख की अपील
उनके बयान से ये स्पष्ट है कि अभी तक इसके सही स्त्रोत की जानकारी सामने नहीं आई है। ये गुत्थी कब सुलझेगी किसी को नहीं पता। इसलिए डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ने ये अपील भी कि अगर किसी देश के पास इसको लेकर जानकारी है तो वो साझा करें। ताकि भविष्य में इस तरह के वायरस को रोकने व महामारी से दुनिया को बचाया जा सके। हालांकि, चीन से भी अपील की गई है कि वो अन्य जानकारी इस टीम के साथ शेयर करे।
कोविड 19 वायरस से फैली महामारी के शुरुआती वर्ष 2020 के अंत में विश्व स्वास्थ्य संगठन में सभी देशों ने वायरस की उत्पत्ति के अध्ययन को लेकर प्रस्ताव पारित किया और उसके बाद वर्ष 2021 में एक दल चीन गया और प्रारंभिक रिपोर्ट प्रकाशित की गई। 09 जून, 2022 को भी इसको लेकर एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई।