वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के स्थानक भवन की स्थापना 1962 में जैन मार्केट में हुई। उस समय प्रमुख रूप से मुलतानमल रांका, हस्तीमल, धिगड़मल बालर, हंजारीमल छाजेड़, बाबूलाल जोगड़, माणकचन्द हुंडिया, घांसीलाल नाहर समेत अन्य वरिष्ठ सदस्यों का विशेष सहयोग रहा। वर्ष 2010 में भवन का नवीनीकरण करवाया गया। नरेश मुनि एवं शालिभद्र मुनि के सान्निध्य में स्थानक भवन का उद्घाटन हुआ था। तीन मंजिले स्थानक भवन में दो हॉल बने हुए हैं। आठ कमरे हैं। जैन भवन के आसपास ही जैन समाज के करीब सौ परिवार निवास कर रहे हैं। ऐसे में साधु-संतों के लिए गोचरी की सुविधा भी रहती है।
श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ बल्लारी के पदाधिकारियों ने बताया कि हर रविवार को बच्चों के लिए धार्मिक कक्षा का आयोजन हो रहा है। जिसमें सामायिक कार्यक्रम होता है। महिला मंडल एवं बहू मंडल भी विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों में सक्रिय रहती है। समय-समय पर धार्मिक आयोजन होते रहते हैं। गुरुवार को बहू मंडल की ओर से विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। शनिवार को महिला मंडल का कार्यक्रम रहता है। नवयुवक मंडल का भी सभी कार्यों में विशेष सहयोग रहता है।
दलीचन्द तातेड़ संघ के पहले अध्यक्ष बने। उसके बाद पारसमल बोथरा अध्यक्ष रहे। वर्ष 2020 तक छगनराज श्रीश्रीमाल अध्यक्ष रहे। श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ बल्लारी के अध्यक्ष केवलचन्द विनायकिया खांडप है। इसके साथ ही अन्य पदाधिकारियों में भंवरलाल विनायकिया खांडप उपाध्यक्ष, रूपचन्द पारख रानी देशीपुरा सचिव, रमेश कुमार छाजेड़ सह मंत्री एवं सुरेन्द्र कुमार बाफना अलाय कोषाध्यक्ष के पद पर सेवाएं दे रहे हैं। इसके साथ ही छगनलाल श्रीश्रीमाल मार्गदर्शक है। कार्यकारिणी सदस्यों में अशोक कुमार बागरेचा, अशोक कुमार नाहर, अशोक कुमार भंडारी, अनील कुमार छाजेड़, अनील कुमार लूंकड़, अजय कुमार कांकरिया, दिनेश कुमार श्रीश्रीमाल, गौतमचन्द कर्णावट, मनोज कुमार सेठिया, हनुमानचन्द चौपड़ा, शांतिलाल भंसाली, सुरेश कुमार मेहता, सुरेश कुमार पारख, उत्तमचन्द विनायकिया, वीरेन्द्र कुमार वलदोटा, लक्ष्मण कुमार विनायकिया एवं महावीर कुमार भूरट शामिल है। बल्लारी में स्थानकवासी समुदाय के करीब 135 परिवार है।