चारभुजा मंदिर एवं मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत 3 से 7 जून तक प्रतिदिन सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक श्रीमद्भागवत कथा सत्संग समारोह का आयोजन किया जाएगा। कथा व्यास वेदांताचार्य डॉ. ध्यानाराम महाराज कथा का रसास्वादन कराएंगे। महोत्सव के तहत 6 जून को विराट भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। गजेन्द्र राव एंड पार्टी जोधपुर तथा अनिल सेन एंड पार्टी नागौर भजनों की प्रस्तुति देंगे। चंदनसिंह राजपुरोहित धांगड़वास एवं भरतसिंह राजपुरोहित पुनाडिय़ा मंच संचालन करेंगे।
विक्रम संवत 1444 में ठाकुरला गांव की नींव पड़ी। यह गांव केवाणसा राजपुरोहितों का गौरवशाली केन्द्र रहा। जिनका इतिहास कोलापाटन, पोकरण, बड़ पुष्कर और पाराशर गौत्र से जुड़ा है। वर्तमान में खीमावत परिवार खीमावतों का वास छोटा वास में और धनावत, दलावत एवं कलावत परिवार बड़े वास में निवास करते हैं। ठाकुरला में केवाणसा राजपुरोहितों के करीब 400 परिवार है। इसके अतिरिक्त जेठन्तरी, खरोकड़ा, टेवाली एवं सोनाई मांझी जैसे गांव भी केवाणसा राजपुरोहितों के प्रमुख केन्द्र है।