कथा के मुख्य आयोजक एवं संयोजक पुरुषोत्तम कांकाणी ने बताया कि मेरी माता सुशीला देवी काकांणी की प्रेरणा से और स्व. पिता चम्पालाल काकांणी की पावन स्मृति में श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ महोत्सव का आयोजन करने का अवसर मिला है। किष्किन्धा की इस पावन धरा पर यह कथा होने जा रही है। इस आयोजन में कृष्ण जन्मोत्सव, गोवर्धन पूजा और कृष्ण-रूक्मिणी विवाह जैसे दिव्य प्रसंगों का भक्तिमय चित्रण किया जाएगा, जिससे श्रोताओं को भगवान श्रीकृष्ण की लीला का साक्षात अनुभव प्राप्त होगा। संपूर्ण आयोजन नि:शुल्क एवं सभी के लिए खुला रहेगा। आयोजकों ने सभी धर्मप्रेमियों, भक्तों और श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में आकर इस भागवत कथा महोत्सव का लाभ उठाएं।
हनुमान मित्र के अध्यक्ष कमल जैन के कहा कि यह होसपेट शहरवासियों का सौभाग्य हैं कि प्रसिद्ध कथावाचक रमेश भाई ओझा के मुखारविंद से श्रीमद् भागवत कथा श्रवण का अवसर मिल रहा है। ज्यादा से ज्यादा संख्या में आकर कथा का श्रवण करें व कार्यक्रम को सफल बनाएं। कार्यक्रम की व्यवस्था के लिए स्थानीय कार्यकर्ताओं की कमेटियों का गठन किया गया। इसके साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से भी प्रचार-प्रसार का निर्णय लिया गया है। व्हाटसऐप ग्रुप के माध्यम से भी समय-समय पर कार्यक्रम की जानकारी दी जाएगी।
हम्पी इन्टरनेशनल होटल के निदेशक शेरसिंह परमार ने बैठक में मौजूद सभी गणमान्य लोगों का स्वागत किया। परमार की ओर से सभी के लिए अल्पाहार एवं मेहमानों के लिए भोजन प्रसादी की व्यवस्था रखी गई। कांकाणी परिवार के पुरुषोत्तम कांकाणी का दक्षिण भारत की परम्परा के अनुसार स्वागत किया गया। कांकाणी परिवार की सुशीला देवी कांकाणी, विष्णु नारायण, सुरेश नारायण, पुरषोत्तम, दिनेश, रामबाबू, आदित्या, केशव एवं समस्त काकांणी परिवार की ओर से होसपेट के सनातन धर्म प्रेमियों को कथा श्रवण करने के लिए आमंत्रित किया गया। इस मौके पर हनुमान मित्र मंडल, विष्णु समाज के साथ ही स्थानीय संगठनों के पदाधिकारी, सदस्य एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।