आरई एंड आरएफ दिल्ली वूमन्स विंग की चेयरपर्सन राजयोगिनी बी.के.चक्रधारी ने कहा कि एक समय था जब सारे विश्व में एकता थी सभी में आपस में विश्वास था। आज परिस्थियां बहुत बदल चुकी है। मौजूदा हालात ऐसे बने हैं कि दो भाई एक थाली में साथ भोजन तक नहीं करते। उन्होंने कहा कि मेडिटेशन वह साधन है जिससे एकता पैदा होती है। एक-दूसरे के प्रति विश्वास पैदा होता है। विश्व एक बड़ा परिवार है और इसके लिए राजयोग मेडिटेशन जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिस राजयोग के द्वारा हममें विश्वास एवं एकता आ सकती हैं तो क्यों न हम उसका कुछ उपयोग करके देखें। हम सबके साथ अपनेपन की भावना रखें। किसी के साथ कोई बैर नहीं।
हुब्बल्ली-धारवाड़ पुलिस आयुक्त एन. शशिकुमार ने कहा कि ब्रह्मकुमारी का संकल्प उतना ही साफ है जितना आप सब श्वेत कपड़े पहनते हैं। यह संस्थान विश्व शांति की स्थापना में अपना प्रमुख योगदान दे रहा है। सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि वे भी कई बार ब्रह्मकुमारी गए हैं। वहां का आध्यात्मिक वातावरण निश्चित ही लोगों को जोडऩे का काम कर रहा है।
ब्रह्मकुमारी सेवा केन्द्र हुब्बल्ली जोन की प्रभारी निर्मला ने बताया कि ब्रह्माकुमारी संस्थान की वार्षिक सेवा योजना में तनाव मुक्त जीवन के लिए ध्यान कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस योजना का उद्देश्य लोगों को आध्यात्मिक ज्ञान, आत्म-जागरूकता और ध्यान की तकनीकें प्रदान करके एक शांत और तनावमुक्त जीवन जीने में मदद करना है। यह योजना दुनिया भर में शांति और सकारात्मकता फैलाने के लिए भी काम करती है, जिसमें ध्यान के माध्यम से सामूहिक एकरूपता और जुड़ाव शामिल है। यह लोगों को आध्यात्मिक उन्नति, तनाव प्रबंधन और एक खुशहाल जीवन जीने में मदद करता है। ध्यान, जिसे संस्थान में राजयोग ध्यान के रूप में जाना जाता है, आत्म-जागरूकता और सर्वोच्च सत्ता के साथ सीधे संबंध को बढ़ावा देता है।
ध्यान तकनीकें तनाव, चिंता को कम करने में मदद करती हैं, जिससे एक शांत और खुशहाल जीवन संभव होता है। संस्थान सामूहिक ध्यान के महत्व पर जोर देता है, जहां विभिन्न क्षेत्रों के लोग दुनिया में प्रेम और सकारात्मकता फैलाने के लिए एक साथ ध्यान करते हैं। ध्यान के माध्यम से, व्यक्ति आध्यात्मिक रूप से उन्नति करते हैं और अपने जीवन में एक बेहतर समझ विकसित करते हैं। यह संस्थान की सेवा भावना, परमात्मा के साथ संबंध स्थापित करने और दूसरों की सेवा करने पर केंद्रित है, जिससे एक सकारात्मक और सहायक जीवन बनता है।
तनाव मुक्त जीवन के लिए आयोजित इस ध्यान कार्यक्रम का उद्घाटन विधान परिषद के चेयरमैन बसवरराज होरटी ने किया। विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री एच.के. पाटिल मुख्य अतिथि थे। राजयोगी डॉ. बी.के. बसवराज, ब्रह्मकुमारी सिरसी सेेवा केन्द्र की मोडरेटर राजयोगिनी बीके वीना, ब्रह्मकुमारी धारवाड़ की प्रभारी डी.के. जयंती, ब्रह्मकुमारी सेवा केन्द्र हुब्बल्ली जोन की प्रभारी निर्मला ने भी विचार रखे। दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा के कार्यकारी अध्यक्ष इरेश अंचटगेरी, धारवाड़ एडवोकेट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक इनागी, किराणी मर्चेन्ट एसोसिएशन धारवाड़ के शिवमूर्ति कोटूर समेत अन्य कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।