वन विभाग ने ली थी आपत्ति
प्रवासी भारतीय सम्मेलन के बाद इंदौर में बड़े कन्वेंशन सेंटर की आवश्यकता महसूस हुई जिस पर तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुपर कॉरिडोर पर 10 हजार लोगों के बैठने की क्षमता वाला सेंटर बनाने की घोषणा की थी। इसका जिम्मा आइडीए को दिया गया जिसके लिए सुपर कॉरिडोर में आने वाली नैनोद के सर्वे नंबर 322 व 334 की 17 हेक्टेयर जमीन पर योजना बनाई गई जिस पर वन विभाग ने अपनी बताकर आपत्ति ले ली।
प्रशासन ने जमीन वापस ले ली
इसको लेकर नगरीय विकास एवं आवास विभाग और वन विभाग के अफसरों के बीच कई बार मंथन हुआ। जिला प्रशासन ने दस्तावेज भी पेश किए जिसमें स्पष्ट है कि वन विभाग ने जमीन जिला प्रशासन को सौंप दी थी। बाद में उसे पुलिस विभाग को हथियार प्रशिक्षण केंद्र संचालित करने के लिए दी। उपयोग नहीं होने पर जिला प्रशासन ने जमीन वापस ले ली। वन विभाग हस्तांतरण कर चुका है। इस पर विभाग ने पिछले दिनों जमीन पर अपना दावा छोड़ दिया। संभागायुक्त दीपक सिंह ने वन विभाग व आइडीए की समन्वय बैठक करने के निर्देश दिए। वैसे तो ये बैठक मंगलवार को होना थी, लेकिन किन्हीं कारणों से टल गई। गुरुवार या शुक्रवार को बैठक कर आदेश के हवाले से स्थानीय वन विभाग के अफसरों को सारी स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी।
5000 की क्षमता हॉल
आइडीए ने 11 हेक्टेयर में कन्वेंशन सेंटर बनाने व 6 हेक्टेयर पर कमर्शियल गतिविधियां तैयार करने का प्लान बनाया है। 5 हजार लोगों की क्षमता का इंडोर हॉल, एक-एक हजार की क्षमता वाले दो हॉल, 500 व 250 की क्षमता के एक-एक हॉल, 100 की क्षमता वाले 2 हॉल, 50 की क्षमता वाले 4 हॉल, 30 की क्षमता वाले 8 बोर्ड रूम, 30 की क्षमता वाले 4 लाउंज बनेंगे। ये भी पढ़ें:
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-कन्वेंशन सेंटर एयरपोर्ट का काफी नजदीक होगा। -सुपर कॉरिडोर जैसी प्राइम लोकेशन पर बनाया जाएगा।
-पश्चिमी रिंग रोड व इंदौर-पीथमपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर से सीधी जुड़ाव -गांधी नगर मेट्रो स्टेशन से महज 100 मीटर दूर -आइएसबीटी कुमेड़ी के पास
मिलेंगी ये सुविधाएं
दस हजार वर्गफीट पर एग्जीबिशन हॉल भी होगा। पार्किंग, मॉल, थ्री स्टार होटल सहित तमाम व्यवस्थाएं होंगी। मंजूरी शासन से भी मिल गई है। जल्द ही आइडीए टेंडर जारी करेगा।