प्रकृति की गोद में धार्मिक पर्यटन केन्द्र
जानापाव में 10 करोड़ 32 लाख रुपए की लागत से परशुराम लोक बन रहा है। इसमें साढ़े सात नदियों के पौराणिक महत्व वाले कुंड के विकास के साथ ऑडिटोरियम, ध्यान कुटीर, हर्बल गार्डन, फेंसिंग, बहुउद्देश्यीय भवन आदि का निर्माण किया जा रहा है। गौरतलब है कि 30 मई 2023 को तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जानापाव पहुंचे थे। यहां उन्होंने परशुराम लोक के विकास कार्यों का भूमिपूजन किया था। अब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इसे आगे बढ़ा रहे हैं। विंध्याचल पर्वतमाला की गोद में जानापाव को धार्मिक पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित किया जा रहा है।
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भगवान परशुराम की जन्मस्थली यानी करीब 2500 फीट ऊंची पहाड़ी पर जाने के लिए रोप-वे निर्माण की घोषणा की गई थी। जानापाव पहाड़ी के निचले तल पर पंचमुखी हनुमान मंदिर से रोप-वे की शुरुआत होगी। यहां रोप-वे का लोवर स्टेशन बनाया जाएगा। जिसका दूसरा छोर जानापाव की पहाड़ी पर परशुराम लोक से मिलेगा। यहां अपर स्टेशन बनाया जाएगा। इसके साथ ही बीच में मीडिल स्टेशन भी बनेगा। इसका पीपीपी मोड पर संचालन होगा। रोप-वे की कुल लंबाई 700 मीटर से ज्यादा बताई जा रही है।
पहाड़ पर चढ़ाएंगे मां नर्मदा का जल
भगवान परशुराम की जन्मस्थली जानापाव तक नर्मदा जल पहुंचेगा। इसके लिए 982 करोड़ 52 लाख रुपए की स्वीकृति हुई है। योजना में 558 फीट ऊंचाई तक नर्मदा जल लिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए 6 अलग-अलग स्थानों पर पंपिंग स्टेशन बनेेंगे।
रोप-वे के लिए कार्य जारी
जानापाव पहाड़ी तक रोप-वे प्रोजेक्ट में तकनीकी तौर पर कुछ परेशानी थी, जिनका हल निकाला गया है। परशुराम लोक के कार्यों को समय पर पूर्ण कराने का प्रयास किया जा रहा है। – राकेश परमार, एसडीएम, महू