मालूम हो, गुरुवार रात भावना (28) निवासी ग्वालियर (Gwalior) को गोली मारने के मामले में पुलिस को मुख्य आरोपी आशु यादव, मुकुल यादव और महिला साथी की तलाश है। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने बचने के लिए अलग-अलग रास्तों का इस्तेमाल किया। भावना वारदात के एक दिन पहले ग्वालियर से मेकअप आर्टिस्ट कोर्स करने इंदौर आई थी। आशु व भावना की कॉमन फ्रेंड ने उसे महालक्ष्मी नगर के मकान में गुरुवार रात बुलाया था। भावना की आंख के पास गोली लगने पर आरोपी उसे अस्पताल में छोड़ भागे थे।
दूर से मारी गई गोली
डीसीपी विश्वकर्मा के मुताबिक, पुलिस जांच में पता चला है कि भावना (Bhavna Singh Murder Case) को दूर से गोली मारी गई थी, न कि आत्मघाती प्रयास में उसे गोली लगी। अगर पास से गोली चलाई जाती तो शरीर पर जलने के निशान होते, लेकिन भावना के चेहरे पर ऐसा निशान नहीं मिला। इससे स्पष्ट है कि गोली किसी और ने चलाई है। गोली सीधी आकर लगी है। खुद को गोली मारने पर गोली टेढ़ी लगती है। अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज में आरोपी कैद हो गए थे।
पुलिस को चकमा दे गए आरोपी
डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा ने बताया कि आरोपी देवास होते हुए उज्जैन पहुंचे और फिर इंदौर आने के बाद कार भवंस स्कूल के पास छोड़ दी। इसके बाद वे कैब से भोपाल पहुंचे और वहां से ट्रेन से कहीं और गए। पुलिस को चकमा देने के लिए उन्होंने कार, कैब और बस का इस्तेमाल किया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी करने के लिए पत्र लिखा है, ताकि वे देश छोड़कर न भाग सकें।