मृतक राजा रघुवंशी की मां ने आरोपी पत्नी सोनम रघुवंशी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि, आखिर सोनम राजा को शिलांग ही क्यों ले जाना चाहती थी। राजा की मां ने दावा किया कि, ‘राजा पर तंत्र क्रिया की गई, जिसके बाद मेरे बेटे की नरबलि दी गई है।’ उन्होंने ये भी कहा कि, ‘हमारा पूरे परिवार पर सोनम ने वशीकरण कर रखा था। जैसा वो बोल रही थी, हम वो करते जा रहे थे। लेकिन, अब हमें इस बात का एहसास हो रहा है।
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राजा की मां ने ये भी कहा कि हो सकता है सोनम ने मन में नरबलि देने के लिए मनोकामना की हो। क्योंकि, वो काफी दिनों से कामाख्या देवी की पूजा करने की बात कह रही थी और ये सभी जानते हैं कि, कामाख्या देवी को बलि के लिए जाना जाता है। उमा रघुवंशी ने दावा किया कि, पहले उसने वहां कामाख्या देवी की पूजा की, उसके बाद अन्य हमलावरों के साथ मिलकर सबसे पहले राजा के गले पर वार कर उसकी बलि दी। उन्होंने ये भी कहा कि, जिस दिन सोनम ने राजा की हत्या की, उस दिन ग्यारस भी था। इस दिन को भी बलि के लिए विशेष माना जाता है। राजा की मां ने ये दावा भी किया कि, इस हत्याकांड में 15 लोग शामिल हो सकते हैं।
‘बेटे की बलि देकर तोड़ा व्रत’
उमा रघुवंशी ने ये दावा भी किया कि, सोनम ने अपने ऊपर से मांगलिक दोष हटाने के लिए राजा से पहले शादी की, ताकि राजा की विध्वा बनने के बाद वो आसानी से राज से शादी कर लेती। फिर अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए कामाख्या को मेरे बेटे की नरबलि दी है। उमा ने भी कहा कि, हत्या से कुछ देर पहले ही सोनम ने मुझसे बातचीत की थी, जिसमें उसने कहा था कि, उसका एकादशि व्रत है। लेकिन बेटे की बलि देने के बाद उसने पेट भरके भोजन भी किया था। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि, अपनी प्रतिज्ञा पूरी करने के बाद उसने भोजन कर लिया। वरना एकादशी व्रत के लिए दिन तो पूरा बाकी था। यह भी पढ़ें- सबके सामने सोनम से राखी बंधवाता और दीदी बोलता था प्रेमी राज, राजा रघुवंशी केस में चौंकाने वाला खुलासा ये है मामला
इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी 28 वर्षीय राजा रघुवंशी और 25 वर्षीय सोनम रघुवंशी की 11 मई को इंदौर में शादी हुई थी। शादी के बाद दोनों हनीमून के लिए पहले कश्मीर जाने की योजना बनाई थी, लेकिन बाद में उन्होंने कामाख्या मंदिर दर्शन के बहाने मेघालय का रुख कर लिया। 20 मई को दोनों इंदौर से बेंगलुरु और फिर वहां से असम के गुवाहाटी होते हुए मेघालय पहुंचे। 22 मई को शिलांग के मावलखियाट गांव स्थित शिपारा होम स्टे में रुके और अगले दिन यानी 23 जून को वहीं से एक स्कूटी किराए पर लेकर घूमने निकल गए। इसके बाद से इंदौर में रहने वाले दोनों परिवारों से राजा और सोनम का कोई संपर्क नहीं हुआ।
2 जून को राजा रघुवंशी की मिली थी लाश
2 जून को वेई सॉवडॉन्ग झरने के पास एक गहरी खाई से राजा की क्षत विक्षत अवस्था में लाश बरामद हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में राजा की हत्या की पुष्टि भी हो गई। साथ ही, वो हथियार भी घटना स्थल से कुछ दूरी पर बरामद हो गया, जिससे राजा की हत्या की गई थी। इससे पहले वो स्कूटी भी मिल चुकी थी, जिसे किराए पर लेकर दोनों घूमने निकले थे। इसो दौरान एक जैकेट भी मिली, जो सोनम पहनी थी। जैकेट पर खून के निशान भी थे। जांच में पता चला कि, वो खून के धब्बे राजा के थे। इसी बीच शव 4 जून को राजा का शव इंदौर लाया गया, जहां दोनों परिवारों ने मिलकर राजा का अंतिम संस्कार किया। इधर, सोनम अबतक लापता थी।
गाजीपुर से पकड़ाई सोनम, सभी आरोपी भी धराए
इसके बाद 8 जून रविवार को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में नंदगंज पुलिस स्टेशन के सामने सोनम रघुवंशी ने आत्म समर्पण कर दिया। सोनम को हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने रातभर छापेमारी की। पुलिस ने तीन अन्य आरोपियों जिनमें राज कुशवाह (सोनम का बॉयफ्रेंड) को इंदौर से, विशाल चौहान को यूपी के ललितपुर से, आकाश राजपूत को इंदौर से और आनंद कुर्मी को सागर जिले के बीना से गिरफ्तार किया। फिलहाल, पुलिस आज सभी आरोपियों को लेकर शिलांग पहुंच गई है। यहां सभी को कोर्ट में पेश किा जाएगा। साथ ही, पूरी घटना का रीक्रिएशन कराया जाएगा।