क्या है पूरा मामला
बेटा प्रिंस माता-पिता के साथ बिहार के नारायणपुर गांव गया था। यहां पर 25 जनवरी को ट्रेन में उसका मोबाइल चोरी हो गया। वह मोबाइल में फ्री फायर गेम खेलने का आदी था। वह अपनी मां से मोबाइल दिलाने की जिद कर रहा था। जिस पर मां ने पिता की सैलरी आने पर दिलाने की बात कही थी। रविवार को फिर से वह मोबाइल की जिद करने लगा।
मोबाइल नहीं मिला तो दे दी जान
मोबाइल नहीं मिलने पर उसने अपनी जान देने की बात कही। मां के द्वारा उसे समझाया गया कि रात हो गई है। दुकान बंद हो गई होगी। सोमवार को वह मंगलसूत्र बेचकर नया मोबाइल दिला देगी, लेकिन प्रिंस नहीं माना मोबाइल के लिए जिद करने लगा। जिसके बाद मां ने कहा कि खाना खा ले, फिर मोबाइल लेने चलते हैं, लेकिन वह नहीं माना और पास की ही किराना स्टोर में जाकर जहर खरीद लिया। जहर की पुड़िया को लेकर पानी में घोला और पी गया।
अस्पताल में नाबालिग ने तोड़ दिया दम
जहर पीने के बाद प्रिंस को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां सोमवार को ज्यादा तबीयत बिगड़ने के कारण उसे वेंटिलेटर में रखा गया था। उसकी कुछ देर बाद ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बेटा ने डराने के लिए जहर पीया था।