पुणे, बेंगलूरु से सालों बाद लौटे प्रोफेशनल्स
आइटी सेज में इनफोसिस, टीसीएस, यश टेक्नोलॉजी, इनफोबिंस जैसी करीब 26 मल्टी नेशनल कंपनियां(Jobs in IT sector) कार्यरत हैं। इन कंपनियों ने 266.88 करोड़ का निवेश किया है और करीब 20 हजार युवाओं को सीधे रोजगार मिला है। इंदौर में ही करीब 2500 आइटी कंपनियां हो गई हैं और इनमें 2 लाख को रोजगार मिला है। कनाडा की कंपनी के लिए काम करने वाले जतिन राठौर के मुताबिक, विदेशी कंपनियां हायर करने के बाद वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दे रही है। कांग्नीजेंट जैसी विदेशी कंपनी को कम राशि में एक्सपर्ट मिल रहे और एक्सपर्ट को घर पर रहकर अच्छी जॉब, दोनों का फायदा हो रहा।एक नजर प्रदेश केआइटी सेक्टर पर
1.इंदौर में एमपीआइडीसी के 2 आइटी पार्क संचालित, धार रोड पर सिंहासा आइटी पार्क फुल। आइटी पार्क 3 व 4 निर्माणाधीन। स्टार्टअप पार्क व सुपर कॉरिडोर को आइटी सेक्टर में विकसित करने का प्रस्ताव। इलेक्ट्रानिक कॉर्पोरेशन का एक आइटी पार्क संचालित, दूसरा निर्माणाधीन।कनेक्टिविटी, वर्क स्पेस का इंदौर को फायदा
आइटी सेक्टर(Jobs in IT sector) में पिछले कुछ सालों में बड़ा बदलाव हुआ है। आज सभी बड़ी कंपनियां इंदौर आ गई हैं, विदेशी कंपनियों का भी आगमन हो रहा हैै। भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर में भी आइटी कंपनियां हैं लेकिन 70 प्रतिशत हिस्सा इंदौर का है। एक्सट्रा लार्ज पैकेज वाली जॉब प्रोफाइल नहीं बन पाई है लेकिन बड़े पैकेज मिल रहे हैं। कई लोग विदेश तो कई पुणे, मुंबई जैसे शहरों से नौकरी छोड़कर यहां आ रहे हैं और जॉब पा रहे हैं। इंदौर से बड़े शहर व विदेश की आसान कनेक्टिविटी है। वर्क स्पेस व सारी सुविधाएं होने से आइटी कंपनियां आ रही हैं। – स्वप्निल फरक्या, आइटी कंपनी फाउंडरये भी पढ़े – मिलेगी बड़ी सौगात, तीन बड़े प्रोजेक्ट का सीएम मोहन यादव कर सकते हैं लोकार्पण