कॉल करने वालों में सबसे अधिक नींद न आना, मानसिक तनाव, कार्य क्षेत्र में दिक्कत और पारिवारिक समस्याओं के हैं। पिछले एक माह से परीक्षा संबंधी तनाव के कॉल भी अधिक आ रहे हैं। सभी की काउंसलिंग की जा रही है। मानसिक चिकित्सालय बाणगंगा के अधीक्षक डॉ. वीएस पाल ने बताया, 10 अक्टूबर 2022 को प्रदेश में टेली मानस टोल फ्री सेवा शुरू की थी। कॉल सेंटर पर 24 घंटे सुविधा दी जा रही है।
इंदौर और आसपास के जिलों से भी अधिक कॉल आ रहे हैं। इसमें संबंधित जिले के अस्पतालों में कॉल करने वालों को भेजकर फॉलोअप भी लिया जा रहा है।
केस- 1
30 वर्षीय युवक निजी कंपनी में काम करता है। वह अधिकारियों से डर महसूस करने लगा। उसे ङ्क्षचता हुई कि अब परिवार को लेकर किस तरह सामंजस्य बैठ पाएगा। 15 दिनों में उसका व्यवहार बदला व नकारात्मकता हावी होने लगी। नींद पूरी न होने से थकान रहने लगी। उसने टेली मानस पर कॉल किया तो काउंसलिंग के साथ दवाई भी दी। उसकी योग्यता के अनुसार जॉब सर्च कर सकारात्मक रहने के लिए भी प्रेरित किया गया।
केस-2
38 वर्षीय महिला घर के काम व पति के साथ विवाद के कारण अकेलापन महसूस करने लगी। उसने टेली मानस पर कॉल किया। काउंसलिंग के दौरान पति व बच्चों से बात की तो पता चला कि महिला शक करती है और इससे तनाव में है। उसे मानसिक रोग चिकित्सालय बुलाया गया और इलाज शुरू किया। महिला अब ठीक हो रही है। पति ने भी उसकी बातों पर गुस्सा होने के बजाय उसे समझाना शुरू किया।
केस-3
19 वर्षीय युवक को कॉलेज के पहले सेमेस्टर से पहले कोर्स पूरा नहीं होने पर तनाव महसूस हुआ। वह हर समय परीक्षा के बारे में सोचने लगा। इससे नींद न आने के साथ पढ़ाई पर भी असर हुआ। माता-पिता ने समझाया, लेकिन युवक उन पर भी गुस्सा करने लगा। टेली मानस पर उसकी बात कराई तो परीक्षा की तैयारी संबंधित काउंसलिंग की गई। तनाव कम करने की तकनीक बताईं और भावनाओं को व्यक्त करने के तरीके सुझाए।
तनाव के कारण
खुद को नुकसान पहुंचाने का विचार, रिश्तों में समस्या और तलाक, पारिवारिक मुद्दे, परीक्षा का तनाव, कार्य स्थल संबंधी दिक्कत, चिंता और पैनिक अटैक, मनोविकार व साइकोसिस, मोबाइल एडिक्शन, जैसी समस्याओं के कॉल आए।
इतने आए कॉल
-109000 कुल कॉल -51876 इंदौर सेंटर – 48989 ग्वालियर सेंटर उम्र के अनुसार कॉल
उम्र प्रतिशत 0-18 – 11.60 19-40 – 70.50 41-59 – 13.70 60 से ज्यादा – 4.20
किसके और क्यों आए कॉल
79.92 फीसदी – सामान्य समस्या 19.03 फीसदी- जानकारी के लिए 0.66 फीसदी – आपात स्थिति 0.375 फीसदी – प्रेंक कॉल 8.9 फीसदी – महिलाओं के 51.1 फीसदी – पुरुषों के
लोगों में जागरुकता बढ़ी है
मध्य प्रदेश में दो साल में 1 लाख से अधिक कॉल टेली मानस पर आए हैं। यह बड़ी संख्या है, जो बताती है कि तनाव या समस्याओं को लेकर लोग समाधान खोजने के प्रति जागरूक हैं। मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता बढ़ाना आवश्यक है। – डॉ. कृष्णा मिश्रा, प्रभारी, टेली मानस सेल इंदौर