दुर्घटना का खतरा होगा कम
नर्मदा पार मंगेली से तिलहरी तक पहले दो लेन सड़क का नेटवर्क होने के कारण इस पर से नागपुर, मंडला, डिंडौरी, बरगी मार्ग के तेज रतार वाहन गुजरने के दौरान दुर्घटना का खतरा बना रहता है। छह लेन सड़क में सर्विस रोड भी शामिल होगी। सर्विस रोड का निर्माण हो जाने से क्षेत्रीयजनों के लिए आवाजाही सुगम हो जाएगी।सबसे तेजी से बढ़ते इलाकों में शामिल
तिलहरी, बिलहरी इलाके नगर के सबसे तेजी से विकसित हो रहे इलाकों में शामिल हैं। इस क्षेत्र में ग्रुप हाउसिंग के तहत बड़ी संया में मल्टी स्टोरी टॉवर, शॉपिंग मॉल का निर्माण हो रहा है। जानकारों के अनुसार रोड नेटवर्क के विस्तार से इस क्षेत्र में विकास को और गति मिलेगी।8 माह का लक्ष्य
निर्माण एजेंसी एनएचएआई के अनुसार रिंग रोड फेस 1 में 75 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। बचा हुआ 25 प्रतिशत निर्माण 8 महीने में पूरा करना है। इसमें बरसात के चार महीने में भी शामिल होंगे। इस दौरान नर्मदा में बाढ़ के हालात होने से पुल का निर्माण सामान्य दिनों के जैसी गति से नहीं हो सकेगा।रिंग रोड फेस- 1
-लंबाई- 16 किलोमीटर-लागत 652 करोड़
-मेजर ब्रिज- 3
-नर्मदा पर बना ब्रिज की लंबाई- 1 किलोमीटर
-बनकर तैयार हुए- 2 ब्रिज