CG News: धार्मिक स्थलों का दर्शन भी नहीं कराया गया
यात्रियों का आरोप है कि परचनपाल निवासी योगेंद्र पांडे नामक युवक ने महाकुंभ और अन्य धार्मिक स्थलों के दर्शन कराने के नाम पर प्रत्येक यात्री से 7,000 से 8,000 रुपए लिए थे। इस रकम में तीन वक्त के भोजन, नाश्ता, पीने का पानी, ठहरने की व्यवस्था और आने-जाने का पूरा खर्च शामिल था। लेकिन इस दौरान उसने सिर्फ एक वक्त का खाना दिया और बताए गए धार्मिक स्थलों का दर्शन भी नहीं कराया। इस पूरी यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वायदे तोड़े, आधे रास्ते में छोड़ा: यात्रियों के अनुसार, योगेंद्र पांडे ने वादा किया था कि चार प्रमुख धार्मिक स्थलों प्रयागराज, काशी, चित्रकूट और आयोध्या के दर्शन कराए जाएंगे, लेकिन इनमें से सिर्फ प्रयागराज और काशी ही लेकर गया। यात्रा के दौरान लगातार सुविधाओं में कटौती की गई।
ट्रैवल एजेंसी से भी नहीं मिली मदद, कोतवाली में शिकायत दर्ज
यात्रियों का कहना है कि धोखाधड़ी के बाद श्रद्धालुओं ने बस्तर ट्रेव्लर्स के मालिक से मदद की गुहार लगाई, लेकिन उनकी ओर से भी कोई सहयोग नहीं मिला। इससे श्रद्धालु और भी असहाय महसूस करने लगे। जिसके बाद यात्रियों ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और योगेंद्र पांडे की तलाश की जा रही है। श्रद्धालुओं ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे धोखेबाजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो ताकि भविष्य में कोई अन्य यात्री इस तरह की ठगी का शिकार न हो।
श्रद्धालु परेशान, किसी तरह लौटे जगदलपुर
CG News: अचानक आयोजक के फरार होने से श्रद्धालु असहाय हो गए। उनके पास यात्रा जारी रखने या वापस लौटने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं थे। किसी तरह यात्रियों ने पैसे इकट्ठे कर वापस जगदलपुर लौटने का इंतजाम किया। तब जाकर किसी तरह बुधवार को वे यहां पहुंचे और उन्होंने पहुंचते ही आयोजक की शिकायत कोतवाली थाने में दर्ज कराई है। अब वे न्याय मांग रहे हैं। यात्रियों ने बताया कि यात्रा के लिए 13 फरवरी की तिथि तय की गई थी, लेकिन लगातार टालमटोल के बाद 14 फरवरी की रात 11 बजे बस रवाना हुई। पूरी यात्रा के दौरान योगेंद्र पांडे
श्रृद्धालुओं के साथ गाली गलौज व बदसलूकी करता रहा। बस में सवार श्रृद्धालुओं को वापसी के दौरान योगेंद्र जगह-जगह छोडक़र आगे बढ़ता गया। ऐसे में यात्री काफी परेशान होते गए।