सर्जरी विभाग के वरिष्ठ आचार्य डॉ. जीवन कांकरिया ने बताया कि उत्तर प्रदेश के आगरा निवासी 50 वर्षीय महिला को सांस लेने में तकलीफ थी। जिससे उससे चलने फिरने में दिक्कत हो रही थी। क्योंकि यह गांठ शरीर में फैल गई थी और कैंसर में तब्दील हो गई थी। मरीज को उसके परिजन 2 जनवरी को अस्पताल की ओपीडी में लेकर पहुंचे थे।
जहां सीटी स्कैन व अन्य जांचे करवाई तो मरीज के पेट में लिपोसारकोमा गांठ की पुष्टि हुई। मरीज को ऑपरेशन की सलाह दी गई। परिजनों की सहमति के बाद सर्जरी शुरू हुई जो, चार घंटे तक चली और उसमें लगभग 15 किलोग्राम वजनी गांठ को निकाला गया।
डॉ. कांकरिया ने बताया कि इस तरह की गांठ एसएमएस में पहली बार निकाली गई है। इसे निकालने में काफी रिस्क भी था। निजी अस्पताल में यह सर्जरी लाखों रुपए में होती, जबकि यहां उसके महज 20 हजार रुपए ही खर्च हुए हैं।
विभाग के सह-आचार्य डॉ. राजेंद्र बुगालिया ने बताया कि मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है और उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। सफल सर्जरी करने वाली इस टीम में डॉ. जीवन कांकरिया, डॉ. राजेंद्र बुगालियां, डॉ. देवेंद्र सैनी, डॉ. अमित, डॉ. संदीप, डॉ. जेपी जाला, डॉ. तेजस, डॉ. आयुषी शामिल रहे। साथ ही डॉ. इंदू, डॉ. सुनील,डॉ. रजनीश, डॉ. कंचन, राकेश सामोता शामिल रहे।