तीन मौतें, 13 मरीजों का इलाज जारी
मंगलवार देर रात एसएमएस अस्पताल में भर्ती विजिता और विजेंद्र की मौत हो गई। इसके कुछ ही घंटों बाद बंशीलाल भी जिंदगी की जंग हार गए। अस्पताल में अब भी 13 मरीज भर्ती हैं, जिनमें से पांच की हालत गंभीर है। डॉक्टरों की टीम इन मरीजों को बचाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है।
गंभीर घायलों पर डॉक्टरों का फोकस
डॉ. राकेश जैन ने बताया कि अस्पताल में भर्ती पांच मरीजों की स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई है। मेडिकल टीम अलर्ट मोड पर काम कर रही है और घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराया जा रहा है।
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40 से अधिक वाहन जलकर नष्ट
अग्निकांड में 40 से अधिक वाहन जलकर नष्ट हो गए थे। इनमें ट्रक, ट्रेलर और कई अन्य छोटे वाहन शामिल हैं। हादसे में हुए धमाके से आसपास के क्षेत्र को भी भारी नुकसान पहुंचा। प्लास्टिक और पाइप निर्माण का एक बड़ा गोदाम पूरी तरह जल गया।
मुआवजा और जांच जारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मृतकों के परिवारों और घायलों को मुआवजा देने की घोषणा की है। वहीं, हादसे की जांच के लिए विभिन्न एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। हादसे के कारणों को लेकर विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
परिवारों में गम का माहौल
इस हादसे ने कई परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है। विजिता की मौत के बाद उसका परिवार अब भी इस सच को स्वीकार नहीं कर पा रहा। परिवार वालों के अनुसार, मौत से कुछ समय पहले ही विजिता ने अपनी मां से फोन पर बात की थी।Jaipur Tanker Blast: जयपुर अग्निकांड हादसे की ये 5 दर्दभरी कहानी सुनकर सहम जाएंगे आप
प्रशासन पर उठ रहे सवाल
हादसे के बाद प्रशासनिक लापरवाही को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा मानकों की अनदेखी का मुद्दा फिर से चर्चा में आ गया है।