जयपुर। सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज स्टूडेंट्स यूनियन की ओर से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पत्रिका समूह के प्रधान संपादक डॉ. गुलाब कोठारी की पुस्तक ‘स्त्री देह से आगे’ पर संवाद कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस मौके पर समारोह के मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता डॉ. गुलाब कोठारी ने कहा कि जीवन में दो ही चीज हैं, मैटर और एनर्जी। दोनों नष्ट नहीं होते, सिर्फ इनके रूप बदलते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हमारा विवेक भी यह कहता है कि सिर्फ दो ही चीज है। एक अग्नि और दूसरा सोम। अग्नि ऊपर जाती है तो ठंडा हो जाता है । ऊपर जाकर सोम बन जाता है । सोम बनते ही नीचे गिरने लगता है। फिर वापस अग्नि बन जाता है। भारत के कुछ ऐसे सिद्धांत हैं, जो वेद, उपनिषद और गीता में है। बिना पढ़े वह चीज हमें समझ नहीं आती।
न तो शरीर बदलता है ना ही उसका स्ट्रक्चर.. और न ही उसकी आत्मा बदलती है। हमें पढ़ाया जाता था कि शरीर अलग है और आत्मा अलग है। आत्मा मरती नहीं है। कर्मों के हिसाब से जैसा फल मिलेगा, वैसे ही शरीर की आकृति हो जाएगी। लेकिन, हमें दो चीजों के साथ चलना है एक शरीर और दूसरी आत्मा। एक तरफ मैटर है। वहीं, दूसरी तरफ एनर्जी है।
डॉ. गुलाब कोठारी ने कहा कि गीता में कृष्ण कहते हैं इस संसार में जितने भी जड़ और चेतन पदार्थ है, वो सब मेरे अंश है। मैं सबके भीतर बैठा हूं, फिर सब अलग-अलग कहां है। ईश्वर नहीं बदला, शरीर बदलते चले गए। लेकिन, 84 लाख योनियों के भीतर ईश्वर एक है। मैटर बदल रहा है, वो ही मुझे 84 लाख योनियों में दिखाई दे रहा है। मैटर लक्ष्मी के पास है।