बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, “लाडली बहनों को 2100 रुपए नहीं दिए, किसानों का कर्ज माफ नहीं किया… दस सालों में ऐसा बोगस बजट नहीं देखा.. चुनाव से पहले जो 10 घोषणाएं की गई थीं, उनमें से कितनी पूरी हुई हैं? इस बजट में ठेकेदारों के लिए बहुत कुछ है। मुंबई में 64 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स शामिल हैं.. दो एयरपोर्ट को जोड़ने का काम अडानी को ही सौंपा जाना चाहिए…“
महाराष्ट्र बजट 2025-26 पेश होने के बाद महाविकास आघाडी (MVA) के नेताओं ने सदन की सीढ़ियों पर बैठकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। राज्य के बजट पर कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार ने कहा कि बजट में कुछ नहीं है… लाडली बहनों और किसानों से जो वादे किये थे उसे पूरा नहीं किया गया…किसानों का तीन लाख रुपये तक का कर्ज माफ़ करने की बात कही थी, लेकिन कुछ नहीं किया…खोदा पहाड़ निकला चूहा जैसे हालत हैं।
विपक्ष ने बजट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया-
महाराष्ट्र बजट पर एनसीपी (शरद पवार) विधायक रोहित पवार ने कहा, “बजट में आम लोगों, किसानों, महिलाओं, छात्रों, युवाओं के लिए कुछ नहीं था। यह गुमराह करने वाला बजट था। चुनावों के दौरान उन्होंने लाडली बहना का पैसा एडवांस में दिया… अब 1500 रुपये भी समय पर नहीं दिए जा रहे हैं। उन्होंने सत्ता में आने पर 2100 रुपये देने की बात कही थी, लेकिन इस पर कुछ नहीं बोल रहे हैं…”
CM फडणवीस ने दिया जवाब
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “हमने लाडली बहना के लिए पैसे कम नहीं किए हैं। सभी को उनका पैसा मिलेगा। हमने जरूरत के हिसाब से योजना के लिए पैसे रखे हैं। अगर योजना के लिए और अधिक पैसे की जरूरत होगी तो हम इसके लिए अतिरिक्त प्रावधान कर सकते हैं। हम अपनी बहनों को 2100 रुपये प्रति माह देने का अपना वादा पूरा करेंगे।” विपक्ष के आरोपों के बीच राज्य के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, “हमने अपने घोषणापत्र में जो भी वादे किए है वह कोई प्रिंटिंग संबंधी गलती नहीं है, सभी घोषणाएं लागू की जाएंगी। घोषणाएं पांच साल के कार्यकाल के लिए थीं। इसलिए हम सभी घोषणाओं को उसी के अनुसार लागू करेंगे।”
लाडली बहना के लिए 36000 करोड़ का प्रावधान
मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजना (Majhi Ladki Bahin Yojana) जारी रहेगी और योजना के तहत लगभग ढाई करोड़ लाभार्थी महिलाओं को जुलाई 2024 से मिल रही आर्थिक सहायता आगे भी जारी रहेगी। अजित पवार ने आज बजट पेश करते हुए बताया कि लाडली बहना योजना (लाडकी बहीण योजना) पर अब तक 33,232 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए इस योजना के तहत कुल 36 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान प्रस्तावित किया गया है। हालांकि 2100 रुपये करने को लेकर अभी तक कोई घोषणा नहीं की गई है।