इस प्रक्रिया में सभी परीक्षार्थियों को समान अवसर देने के लिए प्रत्येक पारी में प्राप्त अंकों का मूल्यांकन किया जाता है। आसान पारी के अंकों को कठिन पारी के अंकों के साथ समायोजित कर परीक्षार्थियों को समान स्तर पर अंक दिए जाते हैं, ताकि किसी भी पारी के अभ्यर्थी को अनुचित फायदा या नुकसान न हो।
बोर्ड ने एक महीने पहले रीट 2024 की आंसर-की जारी की थी। बोर्ड सचिव कैलाश चंद्र शर्मा ने बताया कि 19 मार्च की रात को ही पेपर वेबसाइट पर अपलोड कर दिए गए थे। अभ्यर्थियों को 31 मार्च तक आंसर-की पर आपत्तियां दर्ज कराने का मौका दिया गया था।
यह भी पढ़ें बता दें कि परीक्षा में कुल 14.29 लाख कैंडिडेट्स ने 15.44 लाख आवेदन किए। 27 फरवरी को प्रथम पारी में 4.61 लाख और द्वितीय पारी में 5.41 लाख, जबकि 28 फरवरी को 5.41 लाख परीक्षार्थी रजिस्टर्ड थे। राज्य के 41 जिलों में कुल 1731 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। लेवल-वार आंकड़ों के अनुसार, लेवल-1 के लिए 3.46 लाख, लेवल-2 के लिए 9.68 लाख और दोनों लेवल में 1.14 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया।
27-28 फरवरी को तीन पारियों में हुई। परीक्षा में कुल 15.44 लाख आवेदनों में से 13.77 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इनमें लेवल-1 के 4.06 लाख और लेवल-2 के 9.70 लाख कैंडिडेट्स थे।