फ्लेक्सी कैप फंड्स ओपन-एंडेड योजनाएं होती हैं, जहां फंड मैनेजर्स को विभिन्न सेक्टर्स और मार्केट कैपिटलाइजेशन में निवेश करने की स्वतंत्रता मिलती है। यह वर्सेटाइल अप्रोच इन्हें निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बनाता है। मार्केट रेगुलेटर सेबी के नियमों के अनुसार फ्लेक्सी कैप फंड्स को अपने कॉर्पस का कम से कम 65% हिस्सा इक्विटी और इक्विटी से संबंधित इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करना अनिवार्य है। इन फंड्स की खासियत यह है कि ये लार्ज-कैप, मिड-कैप और स्मॉल-कैप कंपनियों में बिना किसी सीमा के निवेश कर सकते हैं।
एचडीएफसी एएमसी के सीईओ नवनीत मुणोत ने बताया कि एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड की पिछले तीन दशकों की यात्रा हमारे अनुशासित निवेश दर्शन और निवेशकों की संपत्ति निर्माण के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह फंड विभिन्न बाजार चक्रों से सफलतापूर्वक गुजरा है और हर बार और अधिक मजबूत बनकर उभरा है। रोशी जैन, सीनियर फंड मैनेजर, एचडीएफसी एएमसी ने कहा कि हमने हमेशा ऐसी उच्च गुणवत्ता वाली कंपनियों की पहचान पर ध्यान केंद्रित किया है जिनमें टिकाऊ विकास की क्षमता हो। इस फंड की शुरुआत 1 जनवरी 1995 को हुई थी और इसका अब तक का औसत वार्षिक रिटर्न 18.82% (31 मार्च 2025 तक) रहा है। इस तरह फ़ंड की शुरुआत के दौरान निवेश किए गए 1 लाख की आज की वैल्यू 1.84 करोड़ रुपए हो गई है।