Rajasthan Politics : भाजपा ने संगठन चुनावों के दौरान 44 में से 40 जिलों में तो चुनाव करवा कर जिला अध्यक्ष बना दिए और प्रदेश अध्यक्ष का निर्वाचन भी कर लिया, लेकिन चार जिले ऐसे हैं जहां अभी तक जिला अध्यक्ष ही तय नहीं हो सका है।
जहां जिला अध्यक्ष बनाए जा चुके हैं, वहां अभी तक कार्यकारिणी ही नहीं बन पाई है। यही हाल प्रदेश कार्यकारिणी का है। न तो भाजपा प्रदेश टीम घोषित कर पाई है और न ही विभिन्न मोर्चों के अध्यक्षों की घोषणा हो सकी है।
प्रदेश अध्यक्ष करेंगे चारों जिलों में जिला अध्यक्ष का मनोनयन
पार्टी सूत्रों के अनुसार दौसा, जोधपुर उत्तर, धौलपुर और झुंझुनूं में जिला अध्यक्षों का चुनाव नहीं हो सका था। चारों जिलों में स्थानीय नेताओं में आपसी विवाद इतना ज्यादा है कि एक नाम पर सहमति ही नहीं बन पा रही है। अब प्रदेश अध्यक्ष को चारों जिलों में जिला अध्यक्ष का मनोनयन करना है। जिन 40 जिलों में जिला अध्यक्ष बन चुके हैं। उन जिलों में अभी तक जिला कार्यकारिणी ही नहीं बन पाई है। जिला अध्यक्ष अभी तक मंडलों में ही उलझे हुए हैं। इसका असर यूं तो नजर नहीं आ रहा, लेकिन संगठन के कार्यक्रमों में भीड़ से यह साफ दिख रहा है कि पार्टी नेता अभी भी जिम्मेदारी के ही इंतजार में है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ अपनी नई टीम भी नहीं बना पाए हैं। मोर्चों के अध्यक्षों की नियुक्ति भी नहीं हो पाई है। सूत्रों के अनुसार मदन राठौड़ ने कई बड़े नेताओं से मुलाकात कर उनसे प्रमुख नेताओं-कार्यकर्ताओं के नाम तो ले लिए हैं, लेकिन सब कुछ पार्टी आलाकमान पर ही निर्भर है। वहां से हरी झंडी मिलने के बाद कुछ तय होने की उम्मीद है।