Rajasthan: राजस्थान को मिलेगा पाकिस्तान जा रहा पानी, भजनलाल शर्मा ने भगवंत मान को लगाया फोन, जानिए क्या है मामला
पुनर्निर्माण से फिरोजपुर फीडर की वर्तमान क्षमता 11 हजार 192 क्यूसेक से बढ़कर 13 हजार 842 क्यूसेक हो जाएगी। इससे मानसून में पाकिस्तान की तरफ जाने वाले अधिकतर जल को संरक्षित कर गंगनहर क्षेत्र में ही उपयोग में लिया जा सकेगा।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के बीच बुधवार को फिरोजपुर फीडर पुनर्निर्माण परियोजना की प्रगति को लेकर चर्चा हुई। इससे गंगनहर क्षेत्र के किसानों के लिए महत्वपूर्ण फिरोजपुर फीडर पुनर्निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ होने की संभावना है।
दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच दूरभाष पर यह चर्चा हुई। इसके बाद शर्मा ने कहा कि राज्य के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र विशेषकर श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ की जीवनरेखा गंगनहर प्रणाली को सशक्त किए जाने की दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है।
किसानों के लिए बहुप्रतीक्षित फिरोजपुर फीडर पुनर्निर्माण परियोजना को केंद्रीय जल आयोग की गत 24 अप्रेल को 158वीं सलाहकार समिति की बैठक में स्वीकृति मिल गई है। इस परियोजना की कुल लागत 647.62 करोड़ रुपए है। इसमें पंजाब राज्य की हिस्सेदारी 379.12 करोड़ रुपए (58.54 प्रतिशत) और राजस्थान की हिस्सेदारी 268.50 करोड़ रुपए (41.46 प्रतिशत) रखी गई है।
2 साल में पूरा होगा प्रोजेक्ट
शर्मा ने कहा कि फीडर पुनर्निर्माण के लिए राजस्थान की हिस्सा राशि 268.50 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रावधान की सैद्धांतिक सहमति पंजाब सरकार (जल संसाधन विभाग) से प्राप्त हो चुकी है, जिसका परीक्षण कराते हुए वित्त विभाग राजस्थान की सहमति के बाद पंजाब सरकार को सूचना भेजी जाएगी।
इसके बाद पंजाब सरकार की ओर से वित्त पोषण के लिए केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार से वित्त पोषण की सहमति के बाद पंजाब सरकार से समन्वय स्थापित कर निविदा तथा अन्य कार्यवाहियां की जाएगी। राज्य सरकार इसी वर्ष में पुनर्निर्माण कार्य शुरू कराकर आगामी दो वर्ष में पूर्ण कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
बढ़ेगी क्षमता
पुनर्निर्माण से फिरोजपुर फीडर की वर्तमान क्षमता 11 हजार 192 क्यूसेक से बढ़कर 13 हजार 842 क्यूसेक हो जाएगी। इससे मानसून में पाकिस्तान की तरफ जाने वाले अधिकतर जल को संरक्षित कर गंगनहर क्षेत्र में ही उपयोग में लिया जा सकेगा। साथ ही परियोजना से गंगनहर के 3.14 लाख हेक्टेयर सिंचित क्षेत्र को पर्याप्त जलापूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी। इससे फसल उत्पादकता में वृद्धि होगी और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को अधिक मजबूती मिलेगी।
यह वीडियो भी देखें उल्लेखनीय है कि गत अप्रेल में श्रीगंगानगर प्रवास के दौरान शर्मा के समक्ष जनप्रतिनिधियों और किसानों ने पुनर्निर्माण कार्य शुरू करने का विषय रखा था। इस पर मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री में वार्ता करते हुए कार्यों को गति प्रदान कराने का आग्रह किया। इसी का परिणाम रहा कि केंद्रीय जल आयोग ने भी त्वरित कार्यवाही करते हुए परियोजना को स्वीकृति दी। किसानों के हित में राज्य सरकार ने वर्ष 2024-25 के बजट में फिरोजपुर फीडर पुनर्निर्माण के लिए 200 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है।