राज्य में अच्छी बारिश की शुरुआत के बाद सभी जिलों में किसान फसलों की बुवाई में जुट गए हैं। इस दौरान किसानों की ओर से सबसे अधिक डिमांड डीएपी खाद की हो रही है। कई जनप्रतिनिधि अपने जिलों को अधिक डीएपी दिलाने के लिए कृषि विभाग पर दबाव बना रहे हैं।
जानकारी के अनुसार उर्वरक एवं रसायन मंत्रालय ने जून माह के लिए राजस्थान के लिए 1 लाख 10 हजार मीट्रिक टन डीएपी खाद का आवंटन किया है। इसमें से कृषि विभाग को पहली खेप 42618 मीट्रिक टन की मिल चुकी है। जबकि अच्छी बारिश के बाद किसानों की ओर से एक साथ बुवाई शुरू करने से मांग तीन गुना बढ़ गई हैं। कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार से जो आवंटन प्राप्त हुआ था, उसकी आपूर्ति जिलों के लिए भेज दी गई है। खाद का कोई संकट नहीं है।
डीएपी का विकल्प, किसानों को सलाह
कृषि विभाग के अनुसार फसलों की बुवाई के दौरान यदि कोई किसान डीएपी के दो बैग इस्तेमाल करता है तो उसकी जगह एक बैग दानेदार डीएपी और दूसरे बैग के विकल्प के रूप में तरल डीएपी को इस्तेमाल करना चाहिए। तरल डीएपी के इस्तेमाल के तरीके भी समझाए जा रहे हैं। कृषि विभाग के अनुसार पोषक तत्व बढ़ाने के लिए एनपीके को भी डीएपी के विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।