डोटासरा ने यह किया पोस्ट
भाजपा ने सरकार में आने से पहले 100 दिन में “स्थानांतरण नीति” बनाने का वादा किया था।
लेकिन 1 साल बीत गया, स्थानांतरण नीति तो दूर प्रदेश में तबादलों के नाम पर “उद्योग” चल रहा है।
ऐसी लूट मची है कि तारीख जाने के 4 दिन बाद भी बैकडेट में तबादलों के ऑर्डर निकाले जा रहे हैं, जबकि सही हकदार दर-दर भटक रहे हैं।
फिर लग गया तबादलों पर प्रतिबंध
भजनलाल सरकार ने एक जनवरी से दस जनवरी तक तबादलों से प्रतिबंध हटाया था। इसके बाद विधायकों की मांग पर यह प्रतिबंध पांच दिन और बढ़ा दिया गया। ऐसे में राजस्थान में इस बार एक जनवरी से 15 जनवरी तक तबादलों से प्रतिबंध हटाया गया था। अब तबादलों पर प्रतिबंध लग गया है। लेकिन कुछ विभागों ने प्रतिबंध के बाद भी बेक डेट पर तबादला लिस्ट निकल रही है।