मुख्यमंत्री ने जयपुर में राज्य स्तरीय संग्रहालय बनाने की योजना की घोषणा की, जिसमें राजस्थान की रियासतकालीन विरासत और बहुरंगी कला-संस्कृति को प्रदर्शित किया जाएगा। इससे प्रदेश की धरोहर से आगंतुकों को परिचित कराने का प्रयास किया जाएगा।
शेखावाटी क्षेत्र की पुरानी हवेलियों के संरक्षण की आवश्यकता पर जोर देते हुए शर्मा ने कहा कि इन हवेलियों के स्थापत्य को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं, साथ ही जीर्णोद्धार की प्रक्रिया भी शुरू की जाए।
उन्होंने पर्यटन क्षेत्र में युवाओं के लिए कौशल विकास और रोजगार के अवसर सृजन पर भी ध्यान केंद्रित किया। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि राजीविका, हेन्डीक्राफ्ट, ज्वैलरी, और ब्लॉक प्रिंटिंग जैसे क्षेत्रों का समुचित प्रचार-प्रसार किया जाए।
पुष्कर में ब्रह्मा मंदिर कॉरिडोर के विकास को एक प्रमुख धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में बनाने की बात करते हुए श्री शर्मा ने कहा कि यहां पर्यटकों को विश्वस्तरीय सुविधाएं और सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं।
बैठक में राजस्थान धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत और मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।