दिलावर ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार का उद्देश्य है कि इन समुदायों को मुख्यधारा से जोड़ा जाए और उन्हें स्थायी आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य और सम्मानजनक जीवन की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा भूमि पट्टे प्रदान करने की दिशा में भी कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि ये परिवार स्थायी रूप से निवास कर सकें।
छात्रावास और आवासीय सुविधाओं पर जोर
शिक्षा मंत्री ने कहा कि इन जातियों के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए छात्रावास खोले गए हैं, ताकि वे व्यवस्थित रूप से पढ़ाई कर सकें। साथ ही आवास निर्माण के लिए भूखंड और अन्य जरूरी संसाधन भी प्रदान किए जाएंगे, जिससे ये परिवार सम्मानजनक जीवन जी सकें। संवाद में उभरी समस्याएं, जताया आभार
कार्यक्रम के दौरान लुहार, मदारी, सांसी सहित कई घुमन्तू और विमुक्त जातियों के परिवारों ने भाग लिया। उन्होंने अपने जीवन में आ रही विभिन्न कठिनाइयों के बारे में मंत्री को अवगत कराया। साथ ही उन्होंने सरकार की ओर से मिलने वाली ‘स्वनिधि योजना’ के तहत 10-10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता पर आभार व्यक्त किया।
दिलावर ने आश्वासन दिया कि सरकार इन जातियों के सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक उत्थान के लिए हरसंभव कदम उठाएगी और उनके अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र परिवार तक समय पर पहुंचे।