आइजी राहुल प्रकाश ने हाल ही जयपुर रेंज का कार्यभार संभाला है। पत्रिका से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि, अपराध नियंत्रण के लिए एक संगठित रणनीति तैयार की जा जाएगी।
पत्रिका: जयपुर रेंज के जिलों में बाहरी गैंगस्टर्स की गतिविधियों पर रोक कैसे लगेगी?
आइजी: हम रेंज के जिलों के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों की पुलिस के सहयोग से गैंगस्टर्स पर प्रभावी कार्रवाई करेंगे। जो लोग इन गैंगस्टर्स को शरण देते हैं, उन्हें चिह्नित किया जाएगा और उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पत्रिका: क्या पुलिस अपराध कम दिखाने के लिए रिपोर्ट दर्ज नहीं करती, जिससे जनता की सुनवाई नहीं होती? आइजी: अपराध होने पर रिपोर्ट दर्ज की जाती है। यदि कोई थाना रिपोर्ट दर्ज नहीं करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हमारी प्राथमिकता है कि, थाना पुलिस अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करे।
पत्रिका: सोशल मीडिया पर अपराधियों का महिमा मंडन बढ़ रहा है, इसे आप कैसे रोकेंगे? आइजी: हम सोशल मीडिया सेल को और अधिक प्रभावी बनाएंगे। इससे हम अपराधियों की गतिविधियों की जानकारी जुटा सकेंगे और उनके समर्थन में पोस्ट करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
पत्रिका: रेंज में अधिकांश क्षेत्र ग्रामीण हैं और यात्री वाहनों की कमी है। महिला सुरक्षा को लेकर क्या कदम उठाए जाएंगे? आइजी: महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता में है। सरकार की ओर से गठित कालिका यूनिट को और मजबूत किया जाएगा। इसके साथ ही सूचना तंत्र को भी सशक्त किया जाएगा, ताकि महिलाओं और बच्चों पर होने वाले अत्याचारों की जानकारी समय रहते मिल सके।
पत्रिका: स्थानीय लोगों को पुलिस की मदद के लिए कैसे जोड़ा जाएगा? आइजी: पुलिस मुख्यालय ने बीट प्रणाली को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं। बीट कांस्टेबल और बीट प्रभारी आमजन को जागरूक करेंगे, ताकि वे समय पर संदिग्ध गतिविधियों की सूचना दे सकें।
पत्रिका: रेंज में आमजन की सीधी सुनवाई के लिए क्या व्यवस्था रहेगी? आइजी: पीडि़त व्यक्ति को रेंज कार्यालय आने की आवश्यकता नहीं होगी। वे एसपी कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मुझसे संपर्क कर सकेंगे और अपनी बात रख सकेंगे। यह व्यवस्था जल्द ही लागू कर दी जाएगी।