उन्होंने कहा कि आरजीएचएस को पेशेंट फ्रेंडली बनाया जाए और किसी भी स्तर पर अनियमितता नहीं होनी चाहिए। गड़बड़ी सामने आती है तो जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी। अस्पतालों और फार्मेसी स्टोर्स का एम्पैनलमेंट, क्लेम प्रक्रिया, ओपीडी व आइपीडी रजिस्ट्रेशन, टीआइडी जनरेशन, उपचार की स्वीकृति जैसी प्रक्रियाओं को सरल और पारदर्शी बनाया जाएगा। उन्होंने सुझाव दिया कि मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना की बेस्ट प्रैक्टिसेज को आरजीएचएस में शामिल किया जा सकता है।
बैठक में यह निर्णय लिया कि आरजीएचएस से जुड़ी शिकायतों के त्वरित समाधान के लिए प्रभावी ग्रीवांस रिड्रेसल सिस्टम विकसित किया जाएगा। साथ ही पोर्टल पर लाभार्थियों के लिए फीडबैक देने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। राजस्थान स्टेट हेल्थ एश्योरेंस एजेंसी की सीईओ प्रियंका गोस्वामी ने बताया कि इस योजना को फुल-प्रूफ बनाने के लिए तकनीकी और प्रबंधन स्तर पर व्यापक सुधार किए जा रहे हैं।