यह तिजोरी एक पुराने स्टोर रूम में छिपी हुई थी। दस साल से यह कमरा उपयोग में नहीं था। करीब दस वर्ष से कोई इस कमरे में नहीं गया था। जेसीबी ने जैसे ही दीवार तोड़ी तो तिजोरी सामने आ गई। हालांकि तिजोरी की चाबी नहीं मिली है, इसलिए इसको ताला तोड़कर खोला जाएगा। अधीक्षक ने संभावना जताई कि, तिजोरी में कुछ दस्तावेज या नगदी हो सकती हैं। तिजोरी का रहस्य गुरुवार को कमेटी की उपस्थिति में खुलने की उम्मीद है।
तिजाेरी मिलने के बाद मजदूरों ने इसकी सूचना ठेकेदार और अस्पताल प्रशासन को दी। जिसके बाद मौके अधीक्षक और अन्य प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और तिजोरी काे दीवार से निकलवाकर उसे ब्लड बैंक के पास स्थित प्रशासनिक ऑफिस के बाहर रखवा दिया।